रांचीः राज्यभर की लगभग 85 हजार आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ पिछले 40 दिनों से हड़ताल पर हैं. मंगलवार को सीएम आवास के घेराव के लिए जाने के दौरान उनपर लाठीचार्ज की गई. पुलिस के इस रवैये से उग्र हुईं आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं ने राजभवन के नजदीक सूचना भवन चौक को जाम कर दिया. बाद में एसडीओ ने मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाकर शांत कराया.
आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं पर बरसाई गई लाठी
अपने मानदेय पर वृद्धि को लेकर मांग कर रही आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं पर सरकार ध्यान नहीं दे रही. जिस कारण हड़ताल कर रही आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ ने एकत्रित हो एकत्रित होकर जयपाल सिंह स्टेडियम में सभा का आयोजन किया. सभा के बाद आंगनबाड़ी सेविका सहायिका ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए पहुंची. सेविकाओं में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस बल ने उन्हें रोकने की कोशिश की. लेकिन विरोध करने पहुंची सेविकाएं बराबर लड़ती रहीं. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज कर दिया.
पुलिस के इस रवैये से उग्र हुईं आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं ने राजभवन के नजदीक सूचना भवन चौक को जाम कर दिया. लगभग 4 से 5 घंटों तक पुलिस और आंगनबाड़ी सेविकाओं के बीच जमकर बहस चलती रही. अंत में एसडीओ, आंगनबाड़ी सेविकाओं से वार्ता करने के लिए पहुंचे. जिसके बाद आंगनवाड़ी सेविका संघ ने अपनी मांगों को लेकर एसडीओ को ज्ञापन भी सौंपा.
एसडीओ का क्या है कहना
विरोध प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के साथ एसडीओ लोकेश मिश्रा की हुई वार्ता में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ को समझाया गया और एसडीओ ने कहा कि उनकी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया है. उनकी जो भी मांगें हैं, सरकार तक पहुंचा दी जाएगी. इसके साथ ही आंगनबाड़ी सेविका सहायिका पर पुरुष पुलिसकर्मी के द्वारा किए गए लाठीचार्ज को लेकर एसडीओ ने कहा कि धारा 144 क्षेत्र में प्रवेश किए जाने के बाद इन लोगों को रोकने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन इन लोगों ने प्रशासन की बात नहीं मानी. जिसके बाद सेविकाओं पर लाठीचार्ज किया गया. फिलहाल लाठीचार्ज में घायल महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी को इलाज के लिए रिम्स भेज दिया गया है.
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आंगनबाड़ी सेविका सहायिका की प्रदेश अध्यक्ष का क्या है कहना
वहीं, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुमन कुमारी ने कहा कि पिछले 40 दिनों से राजभवन के समक्ष आंदोलन पर बैठे हैं, लेकिन सरकार के कोई भी प्रतिनिधि हमलोगों से मुलाकात करने नहीं आया. जब उग्र होकर सीएम आवास का घेराव करने निकले तो प्रशासन के द्वारा लाठीचार्ज किया गया. जिसके बाद एसडीओ ने मुलाकात की. हमारी मांगों को लेकर एसडीओ को ज्ञापन दे दिया गया है. यहां से हम लोग वापस धरना स्थल पर राजभवन जा रहे हैं, लेकिन हमारी हड़ताल अभी खत्म नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जो भी पुलिसकर्मी लाठीचार्ज शामिल हैं उन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि इस तरह की घटना काफी निंदनीय है.
स्वयंसेवक संघ का क्या है कहना
दूसरी ओर घटना को लेकर पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ का कहना है कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ अपनी जायज मांगों को लेकर पिछले 40 दिन से हड़ताल पर बैठी हुई हैं. पुलिस प्रशासन के द्वारा इन लोगों पर लाठी बरसाई गई है, ऐसा लग रहा है जैसे तानाशाह सरकार चल रही है. जिस तरह से अंग्रेज पहले क्रांतिकारियों को लाठी और बंदूक के बल पर उनकी आवाज दबाने का काम करती थी. ठीक इसी प्रकार रघुवर सरकार आवाज दबाने का काम कर रही है. इतना तो साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में झारखंड में रघुवर सरकार दोबारा नहीं बनेगी.