रांची: राजधानी के कचहरी चौक स्थित कंपोजिट कंट्रोल रूम को अस्थाई कंटेनमेंट जोन बनाकर एंट्री पर रोक लगा दी गई है. कंट्रोल रूम परिसर के बैरक में रहने वाले दो पुलिसकर्मियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद पुलिस के वरीय अधिकारियों ने यह फैसला लिया है. कंट्रोल रूम में अब केवल वहीं प्रवेश कर पाएंगे, जो वहां ड्यूटी कर रहे हों या बैरक में रहते हों. हालांकि, वहां रहने वाले पुलिसकर्मियों के अनावश्यक आवजाही पर भी रोक लगा दी गई है. वहां ट्रैफिक चालान जमा करना भी फिलहाल बंद हो गया है. सोमवार को कुछ लोग ट्रैफिक चालान जमा करने पहुंचे, लेकिन गेट बंद मिला.
बाहर पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं, जो एंट्री करने से रोक रहे थे. बता दें कि कंट्रोल रूम परिसर में ही ट्रैफिक एसपी कार्यालय, साइबर थाना, डायल 100, सीआइडी कार्यालय, नगर निगम के टेंडर काउंटर सहित कई कार्यालय हैं. सभी जगहों पर आम लोगों का प्रवेश अस्थाई रूप से बंद हो गया है. पुलिसकर्मियों में कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद जिले भर के थानों में एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी गई है. बाहर से ही शिकायतें थानों तक पहुंच रही है. अब तक सामने आए पांच थानों को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है. वहां प्रवेश पर रोक है, जबकि अन्य थानों में भी ड्रॉप बॉक्स के माध्यम से ही शिकायतें पहुंच रही हैं.
ये भी पढ़ें: झारखंड में अब तक 3,774 लोग हुए कोरोना संक्रमित, इनमें से 2,308 मरीज हो चुके हैं स्वस्थ
थानेदारों को व्ट्सहाएप के जरिए जरूरी सूचनाएं भेजी जा रही हैं. पहले चरण में रांची के बरियातू, हिंदपीढ़ी, अरगोड़ा धुर्वा और चुटिया थाना के एक-एक पुलिसकर्मी के कोरोना संक्रमित मिलने के दूसरे दिन से ही थानों में नो एंट्री की व्यवस्था कर दी गई है. बाहर से ही शिकायत की व्यवस्था की गई है. थानों के मुंशी और ओडी पदाधिकारी को गेट के अंदर ड्यूटी पर तैनात किया गया. इधर, हिंदपीढ़ी थाने को शिफ्ट करते हुए मारवाड़ी कॉलेज में अस्थाई रूप से शिफ्ट किया गया है.
पुलिसकर्मियों में कोरोना संक्रमण मिलने के बाद उनकी कांटेक्ट ट्रेसिंग जारी है. संक्रमित पुलिसकर्मियों से कई थानेदार से लेकर एसपी स्तर के अधिकारियों तक संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. चूंकि थाना स्तर के पुलिसकर्मी एसपी स्तर तक के कागजात स्पर्श करते हैं. इसके अलावा उनका मूवमेंट सभी कार्यालयों में होता है. ऐसे में थाना प्रभारी डीएसपी और एसपी स्तर के अधिकारियों तक भी संक्रमण फैलने की आशंका है. हालांकि, ठीक से कांटेक्ट ट्रेसिंग किए जाने से हर स्तर पर संक्रमण की जांच हो सकती है. पुलिस के वरीय अधिकारियों ने सभी की कांटेक्ट ट्रेसिंग का निर्देश दिया है.