रांचीः केंद्र सरकार (Central Government) ने संसद में कहा कि कोरोना की दूसरी लहर (Second wave of Corona) में ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई है. केंद्र सरकार की इस बयान से देश की सियासत गरमा गई है. झारखंड सरकार ने केंद्र सरकार की जवाब को झूठा करार दिया है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने गुरुवार को कहा कि सदन के अंदर मोदी सरकार झूठा जवाब देकर देश के साथ मजाक की है. प्रधानमंत्री को नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए देश से माफी मांगनी चाहिए.
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स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आईसीएमआर की गलत नीतिओं की वजह से मौत का आंकड़ा ऐसा आया है. उन्होंने कहा कि इतना शर्मनाक, बचकाना और निंदनीय बयान नहीं हो सकता है. अगर ऐसा है तो प्रधानमंत्री यह भी सदन में कह दें कि कोविड-19 में ऑक्सीजन का कोई महत्व नहीं था और ना ही ऑक्सीजन की कोई आवश्यकता थी.
आईसीएमआर की नीति शुरू से रहा गलत
बन्ना गुप्ता ने कहा कि आईसीएमआर ने पहले रेमडेसीवर को जरूरी दवा बताया और फिर अंत मे पेरासिटामोल में आकर रुक गए. आईसीएमआर यह भी घोषित कर दें कि कोरोना काल मे ऑक्सीजन की कोई जरूरत ही नहीं थी.
ऑक्सीजन को लेकर मचा था त्राहिमाम
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन के अभाव में लोगों के बीच हाहाकार मचा था. ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर त्राहिमाम मचा था और लोग मर रहे थे. इसके बावजूद केंद्र सरकार सदन यानी देश की सर्वोच्च पंचायत में कह रही है कि लोग ऑक्सीजन से नहीं मरे हैं. उन्होंने कहा कि देश के लाखों लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण मरे हैं. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए देश से माफी मांगनी चाहिए.