रांची: फरवरी महीने के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की. पीएम के 98वें मन की बात को झारखंड में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश एवं अन्य नेताओं ने अलग-अलग जगह पर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ सुनी. प्रधानमंत्री ने मन की बात को जन भागीदारी की अभिव्यक्ति का महान प्लेटफॉर्म बनाने के लिए देशवासियों का आभार जताया.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि हर महीने लाखों संदेशों में लोगों की मन की बात उन तक पहुंचती है. उन्होंने कहा कि समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति बढ़ती है, यह हम देख रहे हैं. जब हमने स्थानीय पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने की बात की तो देखते-देखते देश में एक लहर सी उठ गई, स्थानीय खेलों से जुड़ने का. पीएम ने कहा कि जब मन की बात में भारतीय खिलौनों की बात की तो लोगों ने इसे हाथों हाथ ले लिया, अब दुनिया भर में भारतीय खिलौनों का क्रेज है.
पीएम ने कहा कि एकता दिवस पर तीन कंपिटीशन की बात कही थी, जो देशभक्ति गीत, लोरी और रंगोली में थी. इस प्रतियोगिता में देश भर के 700 से अधिक जिलों के 5 लाख से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि आप सबमें हर कोई अपनी-अपनी विधा में चैंपियन है. लता दीदी को याद करते हुए उन्होंने देशवासियों से इसमें जुड़ने का आग्रह किया था.
पीएम ने लोरी लेखन में कर्नाटक के बीएन मंजूनाथ के जीतने की जानकारी दी और कहा कि कन्नड़ में लिखी इस लोरी को सुनने में आपको भी आनंद आएगा. इसके बाद असम के कामरूप जिले के दिनेश गोवाला ने दूसरा प्राइज जीता है. अपनी लोरी में दिनेश गोवाला ने कांसे और मिट्टी के बर्तन बनाने वालों के लोकप्रिय क्राफ्ट की छाप छोड़ी है. इसके अलावा रंगोली की एक से बढ़कर एक प्रतिभागी और विजेता पंजाब, महाराष्ट्र, गोआ के प्रतिभागियों का जिक्र किया गया.
पीएम मोदी ने मन की बात में देशभक्ति गीतों के विजेताओं का भी जिक्र किया. इस दौरान मैथिली में भेजी गई एक गीत की क्लिपिंग देश वासियों को सुनायी गई. पीएम मोदी ने कहा कि अपने परिवार के साथ संस्कृति मंत्रालय के वेबसाइट पर जाकर इन्हें देख और सुन सकते हैं. तेलंगना के राजकुमार नायक ने तेलंगाना के 31 जिलों में 101 दिन चलने वाले भगवान शिव को समर्पित पैरिणी ओडिशी का आयोजन किया था, इनका भी जिक्र किया गया.
ई-संजीवनी से मिल रहा है इलाज: वीडियो कंसल्टेंट के माध्यम से 10 करोड़ लोगों का इलाज करने को बड़ी उपलब्धि बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ई-संजीवनी ऐप के माध्यम से डॉक्टर और मरीज के बीच अद्भुत नाता बन रहा है. भारत के लोगों ने तकनीक को कैसे अपनाया है, उसका यह जीवंत उदाहरण है. टेली कंसल्टेंट कैसे लाभप्रद हुआ है, यह जानने के लिए पीएम ने सिक्किम के डॉ मदन मणि से बात की, जिन्होंने धनबाद के पीएमसीएच से एमबीबीएस किया था. बनारस से उन्होंने एमडी की थी. बातचीत में डॉ मदन मणि ने कहा कि टेलीमेडिसिन का अनुभव बहुत अच्छा रहा है. सिक्किम जैसे पहाड़ी राज्यों में ई-संजीवनी को डॉ मणि ने काफी कारगर बताया. पीएम ने डॉ मदन मणि से अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी जाकर बदले हुए वाराणसी को देखने का आग्रह भी किया. प्रधानमंत्री ने पूछा कि वर्चुअल माध्यम में कैसे आप मरीजों को देखते हैं, तो डॉक्टर मदन मणि ने कहा कि वीडियो कॉल के माध्यम से उपस्थिति फिजिकल ही होती है. पीएम ने मरीज के रूप में मदन मोहन का ई-संजीवनी का अनुभव जाना. प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्यम वर्ग के लिए ई-संजीवनी जीवनदायिनी बन रहा है.
भारत और सिंगापुर के बीच यूपीआई को लेकर समझौता: पीएम ने कहा कि भारत की यूपीआई की ताकत से अब दुनिया अंजान नहीं है. अभी हाल ही में भारत और सिंगापुर के बीच यूपीआई को लेकर समझौता हुआ है. किसी भी विलुप्त होती पक्षी या जीव जंतु को बचा लिया जाता है तो उसकी चर्चा दुनिया भर में होती है. पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका में रहने वाले कंचन बनर्जी ने उनका ध्यान आकर्षित किया है. हुगली जिले में बांस बेरिया त्रिवेणी विरासत के संरक्षण का कार्यक्रम विशेष इसलिए है कि इस प्रथा को 750 साल बाद पुनर्जीवित किया गया है.
भाजयुमो ने भी सुनी मन की बात: रांची में भाजयुमो के नेताओं ने राजेंद्र चौक पर युवाओं के साथ पीएम की मन की बात सुनी गई. इसे युवाओं के लिए बेहद प्रेरणादायक बताया और कहा कि देश के युवा वर्ग को हर महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का इंतजार रहता है. प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान के लिए हरियाणा के दुल्हेरी गांव के युवाओं की प्रशंसा की. भिवानी के युवाओं के प्रयास की भी सराहना की. पीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने जनभागीदारी के मायने ही बदल दिया है. ओडिशा की कमला मोहराना की भी प्रशंसा की जो दूध की थैली से मोबाइल स्टैंड एवं अन्य उत्पाद बनाती हैं. उन्होंने प्लास्टिक बैग की जगह कपड़ा का बैग का इस्तेमाल करने का आह्वान भी किया.