रांचीः 25 लाख के इनामी पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के खास सहयोगी निवेश और शुभम रांची पुलिस की रिमांड पर है और उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस के पूछताछ में निवेश ने कई खुलासे किये हैं. निवेश ने पुलिस को बताया है कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को अवैध देसी और विदेशी हथियार सप्लाई करने वाला था. लेकिन इस सप्लाई से पहले ही गिरफ्तार हो गया.
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निवेश की पत्नी के भाई शुभम पोद्दार ने पुलिस को दिए बयान में हथियारों को लेकर खुलासा किया है. शुभम ने पुलिस को बताया है कि हथियार की खरीदारी के लिए निवेश ने अपने साथियों से फर्जी सिम खरीदा था. विदेशी हथियारों की खरीदारी के लिए फर्जी सिम की जरूरत थी और खूंटी से फर्जी सिम लेकर आर्या नामक युवक छह जनवरी को धुर्वा डैम के पास पहुंचा, जहां निवेश के साथ साथ ध्रुव सिंह और उज्ज्वल भी मौजूद था. इसी दौरान धुर्वा डैम के पास पुलिस पहुंची. लेकिन आर्या और निवेश भाग निकला था. शुभम ने यह भी बताया है कि दिनेश गोप और निवेश के बीच विदेशी हथियारों की खरीदारी का सौदा एक करोड़ रुपये में तय हुआ था. पीएलएफआई सुप्रीमो ने लेवी के 65 लाख रुपये निवेश को दिये भी थे. इसके साथ ही निवेश ने कई लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी भी की है.
पीएलएफआई नक्सलियों के लिए ध्रुव सिंह का रिंग रोड स्थित होटल शहरी कार्यालय बन गया था. नक्सली होटल में ठहरने के साथ साथ मीटिंग भी करते थे. इस बात का खुलासा आरोपी शुभम ने पुलिस को दिए बयान में किया है. उसने पुलिस को बताया कि पीएलएफआई नक्सलियों को रहने, खाने-पीने सहित अन्य चीजों की व्यवस्था निवेश के कहने पर ध्रुव किया करता था. शुभम ने पुलिस को बताया निवेश अंजली उर्फ फातिमा को पत्नी की तरह रखता था. अंजली मूलरूप से बांग्लादेश की रहने वाली है और वह अवैध तरीके से रांची आयी है. शुभम ने बताया है कि निवेश ने रांची के अलावा बिहार के कुछ युवकों से झारखंड में दारोगा में बहाली के नाम पर 80 लाख, पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर पिठोरिया के एक बुजुर्ग से 32 लाख रुपये की ठगी कर चुका है.