रांची: राजधानी में रांची नगर निगम के अंतर्गत आने वाले वार्ड 51 के चिरुवा टोली के लोग पिछले कुछ दिनों से परेशान है. क्योंकि रांची नगर निगम क्षेत्र से उनके मोहल्ले का नाम हट गया है. लोगों को प्रमाण बनाने संबंधी कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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वार्ड 51 के चिरुवा टोली के निवासियों ने बताया कि कुछ दिन पहले तक उनकी कॉलोनी का नाम रांची नगर निगम क्षेत्र में था. लेकिन फिलहाल में जब वो निगम की योजना लेने कार्यालय पहुंच रहे हैं तो उन्हें वापस लौटा दिया जा रहा है. चिरुवा टोली के लोगों को निगम अधिकारियों के द्वारा ये बताया जा रहा है कि उनका मोहल्ला रांची नगर निगम क्षेत्र में नहीं आता है. असिरिता देवी बताती हैं कि पिछले कुछ दिनों से वो नगर निगम में अपने बेटे का जन्म प्रमाण पत्र बनाने पहुंच रही हैं लेकिन नगर निगम कार्यालय से यह कहकर लौटा दिया जा रहा है कि उनका मोहल्ला निगम क्षेत्र में नहीं आता, उनके बच्चे का प्रमाण पत्र नामकुम ब्लॉक ऑफिस से बनेगा. लेकिन जब वह नामकुम ब्लॉक जाती हैं तो वहां यह कहा जाता है कि उनके बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र निगम कार्यालय से बनेगा क्योंकि उनका घर निगम क्षेत्र में आता है.
चिरुवा टोली के लोग निगम कार्यालय और ब्लॉक ऑफिस के चक्कर लगाते-लगाते परेशान हो गये हैं. चिरुवा टोली असिरिता देवी ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर ही बेटे का स्कूल में एडमिशन होगा और समय पर प्रमाण पत्र नहीं मिला तो बच्चे का एडमिशन होना मुश्किल हो जाएगा. संगीता मुंडा बताती हैं कि पिछले कई वर्षों से नगर निगम की सभी योजनाएं मोहल्लेवासियों को मिल रही हैं. यहां तक की नगर निगम की तरफ से पूरे मोहल्ले में पाइप भी बिछाए गए हैं और सुलभ शौचालय भी बनाए गए हैं. जब आज चिरुवा टोली निवासी अपने बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनाने कार्यालय पहुंच रहे हैं तो जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले कर्मचारी यह कहकर काउंटर से वापस कर दे रहे हैं कि उनका मोहल्ला निगम क्षेत्र के अंतर्गत नहीं आता है. संगीता मुंडा ने कहा कि इसमें कहीं ना कहीं निगम के कर्मचारियों के द्वारा गलती की गई है तभी उनके मोहल्ले को निगम क्षेत्र से हटा दिया गया है.
इसको लेकर वार्ड 51 की पूर्व पार्षद सविता लिंडा बताती हैं कि निगम का चुनाव नहीं होने के कारण निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों को कई तरह की परेशानी हो रही है. निगम में बैठे पदाधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिस क्षेत्र की वह वर्षों तक वार्ड पार्षद रही हैं और मोहल्लेवासियों को निगम की तरफ से मिलने वाली योजनाओं का लाभ दिलवाया. आज उसी मोहल्ले को निगम क्षेत्र से बाहर किये जाने की बात से उन्हें आश्चर्य हो रहा है.
चिरुवा टोली के लोगों ने कहा कि पिछले 10 साल से उसी मोहल्ले में रहने वाले सैकड़ो लोगों का कई प्रमाण पत्र बन गया. लेकिन आज उसी मोहल्ले के लोगों को कहा जा रहा है कि उनका मोहल्ला निगम क्षेत्र से बाहर है. नगर निगम जल्द से जल्द चिरुवा टोली कॉलोनी को नगर निगम क्षेत्र में नहीं शामिल करती है तो आने वाले दिनों में स्थानीय आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे.
पूरे मामले पर नगर निगम के उप प्रशासक रजनीश कुमार ने कहा कि वार्ड 51 निश्चित रूप से निगम क्षेत्र में आता है लेकिन चिरुवा टोली के किस क्षेत्र को निगम क्षेत्र से बाहर किए जाने की बात कही जा रही है, उसकी जांच की जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि निगम की तरफ से किसी भी तरह की त्रुटि हुई है तो उसे सुधारा जाएगा ताकि लोगों को निगम की तरफ से जारी किये जाने वाले प्रमाण पत्र ससमय प्राप्त हो सके.