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मॉब लिंचिंग मामले को लेकर जनआक्रोश सम्मेलन, जेल भरो आंदोलन की दी चेतावनी - ईटीवी भारत

राज्य में बढ़ते मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर रोक लगाने और तबरेज अंसारी के परिवार को न्याय दिलाने को लेकर मुत्ताहिदा मुस्लिम महाज द्वारा डोरंडा के उर्स मैदान में जनाक्रोश सभा को संबोधित किया गया. इस दौरान लोगों ने सरकार के समक्ष 7 सूत्री मांगों को रखा है.

जनआक्रोश सम्मेलन
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Published : Jul 5, 2019, 11:53 PM IST

रांची: सरायकेला में पिछले दिनों हुए तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग मामले के खिलाफ राजधानी के हजारों मुस्लिम समाज के लोग जन आक्रोश रैली में शामिल हुए. रैली में मौजूद मुत्ताहिदा मुस्लिम महाज के कार्यकारी सदस्य एस अली ने बताया कि जन आक्रोश सभा किसी जाति धर्म के खिलाफ नहीं बल्कि सांप्रदायिक तत्वों और शक्तियों के खिलाफ लड़ाई है.

जनआक्रोश सम्मेलन
हिंदू मुस्लिम एकता हो रही कमजोर जन आक्रोश रैली के संयोजक अली ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटना और नफरत फैलाने की साजिश के बावजूद हिंदू-मुस्लिम एकता और गंगा जमुनी तहजीब की जड़े बहुत मजबूत है. उन्होंने कहा कि झारखंड में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाएं हिंदू मुस्लिम एकता को कमजोर कर रही है, युवा शिक्षा, रोजगार और विकास के अभियान छोड़ धार्मिक विवादों की ओर बढ़ रहे हैं जो पूरे राज्य के लिए चिंता का विषय बन रहा है.

मांगों को सरकार के समक्ष रखा गया मांग
⦁ जनाक्रोश सम्मेलन का आयोजन कर 7 सूत्री मांगों को सरकार के समक्ष रखा गया है.
⦁ तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग कांड की सीबीआई से जांच करवाया जाए
⦁ सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मॉब लिंचिंग पर रूप हेतु दिए गए आदेशों का पालन किया जाए
⦁ राज्य में बढ़ते मॉब लिंचिंग पर रोक हेतु कानून बनाया जाए
⦁ मॉब लिंचिंग के सभी घटनाओं पर फास्ट ट्रैक कोर्ट गठन कर सुनवाई करवाई जाए
⦁ मॉब लिंचिंग के सभी पीड़ित परिवारों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए
⦁ मॉब लिंचिंग पीड़ित परिवारों पर लगे मुकदमों को वापस लिया जाए
⦁ मॉब लिंचिंग जैसे घटना होने पर जिला के वरीय पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई हो

रांची: सरायकेला में पिछले दिनों हुए तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग मामले के खिलाफ राजधानी के हजारों मुस्लिम समाज के लोग जन आक्रोश रैली में शामिल हुए. रैली में मौजूद मुत्ताहिदा मुस्लिम महाज के कार्यकारी सदस्य एस अली ने बताया कि जन आक्रोश सभा किसी जाति धर्म के खिलाफ नहीं बल्कि सांप्रदायिक तत्वों और शक्तियों के खिलाफ लड़ाई है.

जनआक्रोश सम्मेलन
हिंदू मुस्लिम एकता हो रही कमजोर जन आक्रोश रैली के संयोजक अली ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटना और नफरत फैलाने की साजिश के बावजूद हिंदू-मुस्लिम एकता और गंगा जमुनी तहजीब की जड़े बहुत मजबूत है. उन्होंने कहा कि झारखंड में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाएं हिंदू मुस्लिम एकता को कमजोर कर रही है, युवा शिक्षा, रोजगार और विकास के अभियान छोड़ धार्मिक विवादों की ओर बढ़ रहे हैं जो पूरे राज्य के लिए चिंता का विषय बन रहा है.

मांगों को सरकार के समक्ष रखा गया मांग
⦁ जनाक्रोश सम्मेलन का आयोजन कर 7 सूत्री मांगों को सरकार के समक्ष रखा गया है.
⦁ तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग कांड की सीबीआई से जांच करवाया जाए
⦁ सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मॉब लिंचिंग पर रूप हेतु दिए गए आदेशों का पालन किया जाए
⦁ राज्य में बढ़ते मॉब लिंचिंग पर रोक हेतु कानून बनाया जाए
⦁ मॉब लिंचिंग के सभी घटनाओं पर फास्ट ट्रैक कोर्ट गठन कर सुनवाई करवाई जाए
⦁ मॉब लिंचिंग के सभी पीड़ित परिवारों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए
⦁ मॉब लिंचिंग पीड़ित परिवारों पर लगे मुकदमों को वापस लिया जाए
⦁ मॉब लिंचिंग जैसे घटना होने पर जिला के वरीय पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई हो

Intro:राज्य में बढ़ते मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर रोक और तबरेज अंसारी के परिवार को न्याय दिलाने को लेकर आज मुत्ताहिदा मुस्लिम महाज( संयुक्त मुस्लिम संगठन) द्वारा डोरंडा के उर्स मैदान में जनाक्रोश सभा को संबोधित किया गया।

जिसमें राजधानी के हजारों मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए।

जन आक्रोश रैली में मौजूद मुत्ताहिदा मुस्लिम महाज के कार्यकारी सदस्य एस अली ने बताया कि यह जन आक्रोश सभा किसी जाति धर्म के विरुद्ध नहीं बल्कि हमारी लड़ाई सांप्रदायिक तत्वों और शक्तियों के खिलाफ है।

मॉब लिंचिंग की घटना और नफरत फैलाने की साजिश के बावजूद हिंदू-मुस्लिम एकता को गंगा जमुना तहजीब की जड़े बहुत मजबूत है जिसे कोई हिला नहीं सकता।

लेकिन मॉब लिंचिंग की बढ़ रही घटनाएं झारखंड में हिंदू मुस्लिम एकता को कमजोर कर रहा है, युवा शिक्षा, रोजगार और विकास के अभियान छोड़ धार्मिक विवादों की ओर बढ़ रहे हैं जो चिंता का विषय पूरे राज्य के लिए बन रहा है।




Body:इसीलिए आज यह जनाक्रोश सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें 7 सूत्री मांगों को सरकार के समक्ष रखा गया है।

*तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग कांड की सीबीआई से जांच करवाया जाए
*सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मॉब लिंचिंग पर रूप हेतु दिए गए आदेशों का पालन किया जाए
*राज्य में बढ़ते मॉब लिंचिंग पर रोक हेतु कानून बनाया जाए
*मॉब लिंचिंग के सभी घटनाओं पर फास्ट ट्रैक कोर्ट गठन कर सुनवाई करवाई जाए
*मॉब लिंचिंग के सभी पीड़ित परिवारों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए।
*मॉब लिंचिंग पीड़ित परिवारों पर लगे मुकदमों को वापस लिया जाए
*मॉब लिंचिंग जैसे घटना होने पर जिला के वरीय पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई हो।


Conclusion:कार्यक्रम में एजाज गद्दी, सरवर खान, इमरान रजा अंसारी, मोहम्मद जाहिद, मुजीब कुरैशी, गुलाम जावेद तनवीर अहमद परवेज उमर समेत हजारों मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद रहे।

बाईट- एस अली, मुत्ताहिदा मुस्लिम महाज के कार्यकारी सदस्य व जन आक्रोश रैली के संयोजक।
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