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इधर विधानसभा सत्र की शुरुआत, उधर अवैध वसूली भी शुरू, जान हथेली में डाल लोग क्रॉस कर रहे पटरी

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Published : Jul 24, 2019, 7:16 PM IST

Updated : Aug 17, 2019, 8:43 PM IST

झारखंड में विधानसभा का मानसून सत्र जारी है, वहीं, दूसरी ओर रांची के बिरसा चौक में आए दिन धरना प्रदर्शन का भी दौर जारी है. इन सब के बीच सबसे अधिक परेशानी आम जनता को हो रही है. जनता की यही परेशानी बेरोजगार युवाओं के लिए पैसे कमाने का जरिया बन गयी है.

पटरी से गाड़ी पार कराते युवक

रांचीः विधानसभा सत्र शुरू होते ही बिरसा चौक के निकट कई संगठनों के प्रदर्शन का दौर शुरू होता है. तो वहीं, क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए यह आफत बन जाती है. लोगों को जान हथेली में डाल कर पटरी पार करना पड़ता है. लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है. जिससे किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना घट सकती है. वहीं, मोटरसाइकिल पार कराने के एवज में स्थानीय युवकों द्वारा पैसों की उगाही भी की जाती है.

गाड़ी पार कराने के एवज में पैसों का खेल

पटरी से गाड़ी पार कराते युवक
देखें स्पेशल रिपोर्ट

रांची के सेटेलाइट चौक स्थित रेलवे पटरी के पास रोजाना पैसों का खेल होता है. बता दें कि बिरसा चौक पर दो गेट लगे हुए हैं. सुरक्षा की दृष्टिकोण से इन दोनों गेटों को बंद कर दिया जाता है. उसके बाद शुरू होता है असली खेल. बिरसा चौक, हटिया और धुर्वा क्षेत्र के लोगों की परेशानियां इससे बढ़ जाती है. लोगों को या तो डोरंडा होकर मेन रोड, हरमू तक आना पड़ता है या फिर जान हथेली में रखकर रेलवे पटरी पार करना पड़ता है. इसमें बाइक, साइकिल सवार के अलावा स्कूली बच्चे भी शामिल हैं. इस दौरान पटरी किनारे रहने वाले बेरोजगार युवाओं के लिए यह रोजगार का एक जरिया बन जाता है.

ये भी पढ़ें- वन अधिकार संशोधन का विपक्ष ने किया विरोध, कहा- आदिवासियों की आवाज दबाना चाहती है सरकार

एक मोटरसाइकिल को पटरी के उस पार करवाने के एवज में लोग 10 से 20 रुपए की उगाही कर रहे हैं. दिन भर में इससे इनकी आमदनी 15 सौ से 2 हजार तक हो जाती है. लोग इस परेशानी से हर बार सत्र के दौरान दो-चार होते हैं. काफी बिजी रूट होने की वजह से इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही भी लगातार देखी जा सकती है.
बता दें कि इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घटना घट सकती है. फिर भी इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है. हर बार विधानसभा सत्र की शुरुआत होती है और हर बार यह खेल चलता रहता है.


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रांचीः विधानसभा सत्र शुरू होते ही बिरसा चौक के निकट कई संगठनों के प्रदर्शन का दौर शुरू होता है. तो वहीं, क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए यह आफत बन जाती है. लोगों को जान हथेली में डाल कर पटरी पार करना पड़ता है. लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है. जिससे किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना घट सकती है. वहीं, मोटरसाइकिल पार कराने के एवज में स्थानीय युवकों द्वारा पैसों की उगाही भी की जाती है.

गाड़ी पार कराने के एवज में पैसों का खेल

पटरी से गाड़ी पार कराते युवक
देखें स्पेशल रिपोर्ट

रांची के सेटेलाइट चौक स्थित रेलवे पटरी के पास रोजाना पैसों का खेल होता है. बता दें कि बिरसा चौक पर दो गेट लगे हुए हैं. सुरक्षा की दृष्टिकोण से इन दोनों गेटों को बंद कर दिया जाता है. उसके बाद शुरू होता है असली खेल. बिरसा चौक, हटिया और धुर्वा क्षेत्र के लोगों की परेशानियां इससे बढ़ जाती है. लोगों को या तो डोरंडा होकर मेन रोड, हरमू तक आना पड़ता है या फिर जान हथेली में रखकर रेलवे पटरी पार करना पड़ता है. इसमें बाइक, साइकिल सवार के अलावा स्कूली बच्चे भी शामिल हैं. इस दौरान पटरी किनारे रहने वाले बेरोजगार युवाओं के लिए यह रोजगार का एक जरिया बन जाता है.

ये भी पढ़ें- वन अधिकार संशोधन का विपक्ष ने किया विरोध, कहा- आदिवासियों की आवाज दबाना चाहती है सरकार

एक मोटरसाइकिल को पटरी के उस पार करवाने के एवज में लोग 10 से 20 रुपए की उगाही कर रहे हैं. दिन भर में इससे इनकी आमदनी 15 सौ से 2 हजार तक हो जाती है. लोग इस परेशानी से हर बार सत्र के दौरान दो-चार होते हैं. काफी बिजी रूट होने की वजह से इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही भी लगातार देखी जा सकती है.
बता दें कि इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घटना घट सकती है. फिर भी इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है. हर बार विधानसभा सत्र की शुरुआत होती है और हर बार यह खेल चलता रहता है.


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Intro:स्पेशल।


रांची।


विधानसभा सत्र शुरू होते ही एक तरफ जहां बिरसा चौक के समीप विभिन्न संगठनों का प्रदर्शन का दौर शुरू होता है .तो वहीं क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए यातायत को लेकर आफत बन जाती है. लोगों को पटरी पार कर जान हथेली में रखकर आवाजाही करने पड़ते हैं .लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है .किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना घट सकती है और तो और मोटरसाइकिल पार कराने के एवज में स्थानीय युवकों द्वारा पैसों की उगाही भी की जाती है..


Body:अगर आप बेरोजगार हैं और रोजगार की तलाश में है तो पहुंच जाइए रांची के सेटेलाइट चौक स्थित रेलवे पटरी के समीप आसानी से आप यहां दिन भर में 15 सो रुपए कमा कर घर जरूर जाएंगे .यह गारंटी है हमारी. लेकिन यह ऑफर भी सीमित है .जब तक विधानसभा का सत्र संचालित है तब तक ही आप इस पटरी के समीप 15 सो रुपए कमा सकते हैं .दरअसल जैसे ही विधानसभा सत्र की शुरुआत होती है. बिरसा चौक पर विभिन्न संगठनों द्वारा धरना प्रदर्शन और आंदोलन किया जाता है .बिरसा चौक पर दो गेट लगे हुए हैं. सुरक्षा के दृष्टिकोण से इन दोनों गेटों को बंद कर दिया जाता है .उसके बाद शुरू होता है असली खेल. बिरसा चौक ,हटिया और धुर्वा क्षेत्र के लोगों की परेशानियां इससे बढ़ जाती है. लोगों को या तो डोरंडा हो कर मेन रोड हरमू तक आना पड़ता है या फिर जान हथेली में रखकर रेलवे पटरी पार करना पड़ता है. इसमें मोटरबाइक, साइकिल सवार के अलावे स्कूली बच्चे भी शामिल है. इस दौरान पटरी किनारे रहने वाले बेरोजगार युवाओं के लिए यह रोजगार का एक जरिया बन जाता है .एक मोटरसाइकिल को पटरी के उस पार करवाने के एवज में ये लोग 10 से 20 रुपये उगाही कर रहे हैं .दिन भर में इससे इनकी आमदनी 15 सौ से 2 हजार तक हो जाती है .

बाइट-1.स्थानीय युवा।

बाइट-2.सुरेंद्र प्रशाद,स्थनीय।




Conclusion:लोग इस परेशानी से हर बार सत्र के दौरान दो -चार होते हैं. काफी बिजी रूट होने की वजह से इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही भी लगातार देखी जा सकती है .इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घटने की संभावनाएं व्याप्त है .फिर भी इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है .हर बार विधानसभा सत्र की शुरुआत होती है और हर बार यह खेल चलती रहती है.
Last Updated : Aug 17, 2019, 8:43 PM IST
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