रांचीः बुधवार को राज्य में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस वर्ष राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए पंचायत स्तर पर वैक्सीनेशन शुरू करने की घोषणा की, लेकिन कोरोना वैक्सीन की कमी की वजह से टीकाकरण कार्यक्रम जमीन पर नहीं उतर सका. लोग कोरोना टीका के दूसरा डोज लेने को लेकर दिनभर भटकते रहे.
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कोवैक्सीन का दूसरा डोज लेने के लिए बुधवार को सदर अस्पताल में कई लोग भटकते हुए दिखें. 6 मार्च को पहला डोज लेने वाले व्यक्ति दूसरा डोज लेने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे थे, जो इधर-उधर भटक रहे थे. बता दें कि पांच अप्रैल तक झारखंड के पास 351540 डोज ही बचे हैं, जो जिलों को आवंटित किया जा चुका है. इसमें 327780 कोविशील्ड और 23760 डोज कोवैक्सीन के शामिल हैं. कोवैक्सीन का डोज कम होने की वजह से पहला डोज देने पर रोक लगा दी गई है.
केंद्र से मांगा गया 10 लाख वैक्सीन का डोज
फिलहाल 37 हजार लोगों को कोवैक्सीन का दूसरा डोज देना है. जब तक यह आंकड़ा पूरा नहीं किया जाता है, तब तक कोवैक्सीन का पहला डोज नहीं दिया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्र से 10 लाख वैक्सीन का डोज भेजने की गुहार लगाई है. अधिकारी सूत्रों ने बताया कि वैक्सीन की खेप रांची पहुंचने में अभी समय लगेगा. इससे कोवैक्सीन का दूसरे डोज लेने की प्रतिक्षा कर रहे लोगों की परेशानी बढ़ जाएगी.