रांची: राजधानी रांची के सबसे बड़े अस्पताल में आए दिन लापरवाही का आलम देखने को मिलता. इस अस्पताल में मरीज उम्मीद के साथ आते हैं कि सरकारी व्यवस्था के तहत उनका इलाज हो जाएगा और वह जल्दी से इलाज करा कर अपने घर जा पाएंगे. लेकिन अस्पताल आने के बाद मरीजों को चार से पांच घंटों तक इंतजार करना पड़ता है तब जाकर वो डॉक्टर से मिल पाते हैं.
सोमवार को कुछ ऐसा ही नजारा रांची के रिम्स अस्पताल में देखने को मिला. अस्पताल के काउंटर पर लंबी लाइन देखने को मिली. क्योंकि सुबह से ही रिम्स अस्पताल का इंटरनेट सर्वर डाउन हो गया. इसीलिए किसी भी मरीज का पंजीकरण या फिर रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा था. लोगों की समस्या को देखते हुए ईटीवी भारत की टीम ने ऑफलाइन पर्ची के लिए भीड़ लगाए लोगों से बात की और वहां बैठे कर्मचारियों से जानकारी ली.
लोगों ने बताया कि 4 घंटे से लाइन में खड़े हैं लेकिन उनका पर्ची नहीं कट पा रहा है. जिस वजह से वह डॉक्टर से नहीं दिखा पा रहे हैं. लाइन में खड़े कई मरीजों ने कहा कि खलारी और दूर दराज इलाके से आकर मरीज लाइन में खड़े हैं लेकिन इंटरनेट सर्वर डाउन होने की वजह से मरीज लौटकर जाने को मजबूर हो रहे हैं.
वहीं बारिश की वजह से मरीजों को लाइन में खड़ा होना मुश्किल हो रहा था लेकिन कई ऐसे लाचार और मजबूर मरीज भी देखे गए जो इंटरनेट बहाल होने के इंतजार में घंटों तक लाइन में खड़े दिखे. मरीज एवं परिजनों के द्वारा बार-बार हंगामा किए जाने के बाद लगभग साढ़े तीन बजे इंटरनेट सेवा बहाल हुई. जिसके बाद मरीजों का पर्ची कट पाया, हालांकि इंटरनेट सेवा ठप होने के कारण देर शाम तक लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
बता दें कि राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में इंटरनेट सेवा अचानक ठप होने की शिकायत कई बार देखी गई है और इससे होने वाली मरीजों की परेशानी को भी देखा गया है. इसके बावजूद भी रिम्स प्रबंधन गंभीर नहीं है. जरूरत है कि रिम्स में बेहतर इंटरनेट सेवा बहाल कराई जाए ताकि इस तरह की समस्या से लोगों को ना जूझना पड़े.