रांची: मुख्यमंत्री के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की मुसीबतें और बढ़ेंगी. एजेंसी ने नवंबर महीने में साहिबगंज के विजय हांसदा के द्वारा अवैध खनन के मामले दर्ज एफआईआर को भी टेक ओवर करते हुए मनी लाउंड्रिंग की जांच शुरू कर दी है. ये केस साहिबगंज के मुफस्सिल थाना में दर्ज कराई गई थी (ED took over case registered in sahibganj).
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साहिबगंज के मुफस्सिल थाने में दर्ज हुआ था बाजार: अवैध खनन को लेकर विजय हांसदा ने मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी. विजय हांसदा के शिकायत पर इस मामले में पंकज मिश्रा, विष्णु यादव, पवित्र यादव, राजेश यादव, संजय कुमार यादव, बच्चू यादव, संजय यादव, सुभेश मंडल पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. विजय हांसदा ने कोर्ट कंप्लेन किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि पंकज मिश्रा के संरक्षण में नींबू पहाड़ी इलाके में अवैध क्रशर का संचालन हो रहा है. विजय का आरोप था कि बीते दो तीन सालों से पहाड़ी में अवैध तरीके से खनन किया जा रहा है. इस मामले में साहिबगंज के डीएमओ विभूति कुमार पर भी आरोप लगाए गए थे. ईडी ने इस मामले में संबंधित दस्तावेज दिसंबर के पहले सप्ताह में ही हासिल किया था.
सीबीआई जांच के लिए भी विजय ने दायर की है याचिका: नींबू पहाड़ी पर अवैध खनन की शिकायत साल 2021 में ही विजय हांसदा ने की थी, लेकिन कोर्ट के आदेश के बावजूद इस मामले में साहिबगंज की पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया था. ऐसे में विजय हांसदा ने इस मामले में सीबीआई जांच के लिए याचिका दायर की है. इस संबंध में हाईकोर्ट में विजय के द्वारा याचिका दायर कर मांग की गई है कि मामले की निष्पक्ष जांच राज्य की पुलिस नहीं कर सकती ऐसे में सीबीआई से जांच करायी जाए.
ईडी का गवाह रहा है विजय, ईडी ने जेल जाकर भी लिया था बयान: विजय हांसदा 1000 करोड़ के अवैध खनन के मामले में ईडी का गवाह रहा है. विजय ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने फर्जी केस में उसे फंसा कर जेल भेज दिया. जिसके बाद ईडी ने साहिबगंज मंडलकारा जाकर गवाह को प्रभावित करने से जुड़े मामले में विजय का बयान दर्ज किया था.