रांचीः राजधानी का दिल कहा जाने वाला बड़ा तालाब का पानी दूषित हो रहा है. इसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ता और बड़ा तालाब को साफ कराने के लिए याचिका दायर करने वाली अधिवक्ता खुशबू कटारिका ने रविवार को पदयात्रा निकालकर लोगों से अपील की कि बड़ा तालाब साफ करने की मुहिम में उनका साथ दें.
ये भी पढ़ेंः Save Vivekanand Sarovar: घंटा और ढोल बजाकर सरकार को जगाने की कोशिश, रांची बड़ा तालाब को बचाने की कवायद
याचिकाकर्ता खुशबू कटारिका ने बताया कि जब तक बड़ा तालाब साफ नहीं हो जाता तब तक उनका अभियान जारी रहेगा. सरकार और नगर निगम जब तक बड़ा तालाब को फिर से स्वच्छ नहीं करते तब तक इसी प्रकार से आंदोलन उनके द्वारा किया जाता रहेगा. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की तरफ से बड़ा तालाब की सफाई को लेकर आदेश जारी किया गया है, लेकिन उसके बावजूद निगम और जिला प्रशासन कोर्ट के आदेश का पालन करते नहीं नजर आ रहे हैं. अगर यही स्थिति बनी रही तो उनकी तरफ से अवमानना याचिका भी दायर की जाएगी.
पदयात्रा का नेतृत्व कर रही खुशबू कटारिका ने बताया कि जिस प्रकार से नगर निगम और जिला प्रशासन के लोग कोर्ट के आदेश के बावजूद साफ-सफाई को लेकर गंभीर नहीं हैं, ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. यदि जल्द से जल्द निगम और जिला प्रशासन तालाब की सफाई को लेकर कोई कदम नहीं लेता है तो आने वाले दिनों में कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट का मामला भी दायर किया जाएगा. पानी की स्थिति को देखने के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि इस तरह का पानी पीने के बाद लोगों को कई तरह की बीमारियां होने की पूर्ण संभावना है.
बड़ा तालाब की सफाई के लिए वर्षों से संघर्ष कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता राजीव रंजन मिश्रा बताते हैं कि बड़ा तालाब से राजधानी के लाखों लोगों को पानी नसीब होता है. लेकिन जिस प्रकार से दिन प्रतिदिन बड़ा तालाब का पानी खराब हो रहा है. इससे आने जाने वाले लोग तो परेशान तो हैं ही, इसी के साथ आसपास के रहने वाले लोग भी त्रस्त हैं.
वहीं उन्होंने बताया कि शहर के सभी बड़े नालों का गंदा पानी भी बड़ा तालाब में पहुंचता है, लेकिन इसके पानी का ट्रीटमेंट करने की व्यवस्था पूरी तरह से धरातल पर नहीं उतर पाई है. यदि जल्द से जल्द बड़ा तालाब की खराब स्थिति में सुधार नहीं किया जाएगा तो आने वाले समय में झील बचाओ अभियान समिति का आंदोलन और भी तेज होगा.