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झारखंड विधानसभा का बजट सत्र: हंगामे की भेंट चढ़ा दूसरा दिन, जानिए सदन में क्या कुछ हुआ - बजट सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही

झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा दिन काफी हंगामेदार रहा. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 7323 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया. अनुपूरक बजट पेश करने को लेकर बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाए. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू होने से पहले विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया. पूर्व मंत्री सरयू राय ने जमशेदपुर को ओडीएफ डबल प्लस कैटेगरी में डाले जाने को लेकर हेमंत सरकार पर सवाल खड़े किए.

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झारखंड विधानसभा का बजट सत्र
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Published : Mar 1, 2021, 8:03 PM IST

रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत भी हंगामेदार रही. भाजपा विधायक नियोजन नीति समेत कई मुद्दों पर कार्यस्थगन लाकर विशेष चर्चा की मांग करने लगे. स्पीकर ने जनहित के सभी मु्द्दों पर चर्चा का भरोसा दिलाया. संसदीय कार्यमंत्री आगलगीर आलम ने कहा कि सरकार सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है लेकिन भाजपा विधायक अपनी मांग पर अड़े रहे.

वित्त मंत्री ने पेश किया दूसरा अनुपूरक बजट

विपक्ष के हंगामे के चलते कई बार स्थगित हुई कार्यवाही

करीब 11:20 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सदन में पहुंचे तब वेल में हंगामा जारी थी. इसी बीच पीली पगड़ी पहले कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी विपक्ष का विरोध करने वेल में पहुंचे तो भाजपा विधायक रणधीर ने उनकी पगड़ी लेकर पहन ली. कार्यस्थगन अमान्य किए जाने के बाद भाजपा विधायकों ने जोरदार हंगामा किया और स्पीकर ने कार्यवाही 12:30 तक के लिए स्थगित कर दी. दोबारा कार्यवाही शुरू होते ही ध्यानाकर्षण पर कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने ओबीसी को आबादी के हिसाब से आरक्षण देने का मुद्दा उठाया. प्रदीप यादव ने भी यही मुद्दा उठाया. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 7323 करोड़ का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया. विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी.

भाजपा का हेमंत सोरेन सरकार पर हमला.

यह भी पढ़ें: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र: हंगामे के बीच सदन में 7,32,324.73 लाख का अनुपूरक बजट पेश

भाजपा विधायकों का सदन से वॉक आउट

भोजन अवकाश के बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर विधायक सरफराज अहमद ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया. इस पर सभी पक्ष को अपनी बात रखने के लिए स्पीकर ने समय तय किया. झामुमो को 30 मिनट और भाजपा को 24 मिनट का समय मिला. लेकिन भाजपा विधायकों ने अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा कहकर सदन से वॉक आउट कर दिया.

अनुपूरक बजट पर विपक्ष ने सरकार को घेरा.

जमशेदपुर को ओडीएफ डबल प्लस कैटेगरी में डाले जाने पर उठे सवाल

पूर्व मंत्री सरयू राय ने हेमंत सरकार को सोना-सोबरन योजना के लिए धन्यवाद दिया. हालांकि, सरयू राय ने कुछ बिंदुओं पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सरकार को बजट में शहरी-गरीबी उन्मूलन पर भी धयान देना चाहिए. उन्होंने जमशेदपुर को ओडीएफ डबल प्लस कैटेगरी में डाले जाने पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में ज्यादातर शौचालयों में ताले लटके हुए हैं. सरयू राय ने शासन और प्रशासन की जवाबदेही के तरीके पर सवाल उठाए. साथ ही 2016 में सीताराम डेरा में हुए लाठीचार्ज का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि पत्रकारों को पीटा गया था. गृह सचिव ने कई बार इसको लेकर डीसी को चिट्ठी लिखी. लेकिन, सवाल पूछे जाने पर उसे अस्वीकारात्मक बताया गया. फिर सवाल उठता है कि जांच का क्या हुआ.

हेमंत सोरेन ने भाजपा विधायकों को बताया बेचैन.

यह भी पढ़ें: झारखंड विधानसभा के बाहर सत्ताधारी दल ने किया प्रदर्शन, पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों का किया विरोध

झारखंड के आंदोलनकारियों को सम्मान देने की मांग

भाकपा माले विधायक बिनोद सिंह ने रिम्स की व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि दूसरे प्रदेश या देश में जान गंवाने वाले मजदूरों के शव को लाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. प्रवासी मजदूरों के लिए निदेशालय होना चाहिए. आजसू विधायक लंबोदर महतो ने भारत सरकार के स्वतंत्रता सेनानियों की तर्ज पर झारखंड के आंदोलनकारियों को सम्मान देने की बात उठाई. साथ ही आरटीआई के पांच हजार से ज्यादा पेंडिंग का भी मामला उठाया. संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने सभी सदस्यों के सुझाव पर अमल का भरोसा दिलाया. सदन की कार्यवाही 2 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई.

दूसरा अनुपूरक बजट पेश करने को लेकर उठे सवाल

सदन में दूसरा अनुपूरक बजट पेश करने को लेकर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पिछले बजट का पैसा सरकार अब तक खर्च नहीं कर पाई है. ऐसे में सरकार किसके लिए अनुपूरक बजट पेश कर रही है. बाबूलाल ने कहा कि सरकार जनता को गुमराह कर रही है. बाबूलाल के बयान पर झामुमो विधायक सीता सोरेन ने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ आरोप लगाना है. कई योजनाओं पर काम करना है जिसके लिए अनुपूरक बजट पेश किया गया है. वहीं, विधायक मथुरा प्रसाद महतो का कहना है कि कोविड के चलते पिछले साल विकास का काम नहीं हो सका. विकास कार्य के लिए सरकार को अनुपूरक बजट की जरूरत होती है.

रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत भी हंगामेदार रही. भाजपा विधायक नियोजन नीति समेत कई मुद्दों पर कार्यस्थगन लाकर विशेष चर्चा की मांग करने लगे. स्पीकर ने जनहित के सभी मु्द्दों पर चर्चा का भरोसा दिलाया. संसदीय कार्यमंत्री आगलगीर आलम ने कहा कि सरकार सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है लेकिन भाजपा विधायक अपनी मांग पर अड़े रहे.

वित्त मंत्री ने पेश किया दूसरा अनुपूरक बजट

विपक्ष के हंगामे के चलते कई बार स्थगित हुई कार्यवाही

करीब 11:20 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सदन में पहुंचे तब वेल में हंगामा जारी थी. इसी बीच पीली पगड़ी पहले कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी विपक्ष का विरोध करने वेल में पहुंचे तो भाजपा विधायक रणधीर ने उनकी पगड़ी लेकर पहन ली. कार्यस्थगन अमान्य किए जाने के बाद भाजपा विधायकों ने जोरदार हंगामा किया और स्पीकर ने कार्यवाही 12:30 तक के लिए स्थगित कर दी. दोबारा कार्यवाही शुरू होते ही ध्यानाकर्षण पर कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने ओबीसी को आबादी के हिसाब से आरक्षण देने का मुद्दा उठाया. प्रदीप यादव ने भी यही मुद्दा उठाया. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 7323 करोड़ का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया. विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी.

भाजपा का हेमंत सोरेन सरकार पर हमला.

यह भी पढ़ें: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र: हंगामे के बीच सदन में 7,32,324.73 लाख का अनुपूरक बजट पेश

भाजपा विधायकों का सदन से वॉक आउट

भोजन अवकाश के बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर विधायक सरफराज अहमद ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया. इस पर सभी पक्ष को अपनी बात रखने के लिए स्पीकर ने समय तय किया. झामुमो को 30 मिनट और भाजपा को 24 मिनट का समय मिला. लेकिन भाजपा विधायकों ने अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा कहकर सदन से वॉक आउट कर दिया.

अनुपूरक बजट पर विपक्ष ने सरकार को घेरा.

जमशेदपुर को ओडीएफ डबल प्लस कैटेगरी में डाले जाने पर उठे सवाल

पूर्व मंत्री सरयू राय ने हेमंत सरकार को सोना-सोबरन योजना के लिए धन्यवाद दिया. हालांकि, सरयू राय ने कुछ बिंदुओं पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सरकार को बजट में शहरी-गरीबी उन्मूलन पर भी धयान देना चाहिए. उन्होंने जमशेदपुर को ओडीएफ डबल प्लस कैटेगरी में डाले जाने पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में ज्यादातर शौचालयों में ताले लटके हुए हैं. सरयू राय ने शासन और प्रशासन की जवाबदेही के तरीके पर सवाल उठाए. साथ ही 2016 में सीताराम डेरा में हुए लाठीचार्ज का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि पत्रकारों को पीटा गया था. गृह सचिव ने कई बार इसको लेकर डीसी को चिट्ठी लिखी. लेकिन, सवाल पूछे जाने पर उसे अस्वीकारात्मक बताया गया. फिर सवाल उठता है कि जांच का क्या हुआ.

हेमंत सोरेन ने भाजपा विधायकों को बताया बेचैन.

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झारखंड के आंदोलनकारियों को सम्मान देने की मांग

भाकपा माले विधायक बिनोद सिंह ने रिम्स की व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि दूसरे प्रदेश या देश में जान गंवाने वाले मजदूरों के शव को लाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. प्रवासी मजदूरों के लिए निदेशालय होना चाहिए. आजसू विधायक लंबोदर महतो ने भारत सरकार के स्वतंत्रता सेनानियों की तर्ज पर झारखंड के आंदोलनकारियों को सम्मान देने की बात उठाई. साथ ही आरटीआई के पांच हजार से ज्यादा पेंडिंग का भी मामला उठाया. संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने सभी सदस्यों के सुझाव पर अमल का भरोसा दिलाया. सदन की कार्यवाही 2 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई.

दूसरा अनुपूरक बजट पेश करने को लेकर उठे सवाल

सदन में दूसरा अनुपूरक बजट पेश करने को लेकर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पिछले बजट का पैसा सरकार अब तक खर्च नहीं कर पाई है. ऐसे में सरकार किसके लिए अनुपूरक बजट पेश कर रही है. बाबूलाल ने कहा कि सरकार जनता को गुमराह कर रही है. बाबूलाल के बयान पर झामुमो विधायक सीता सोरेन ने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ आरोप लगाना है. कई योजनाओं पर काम करना है जिसके लिए अनुपूरक बजट पेश किया गया है. वहीं, विधायक मथुरा प्रसाद महतो का कहना है कि कोविड के चलते पिछले साल विकास का काम नहीं हो सका. विकास कार्य के लिए सरकार को अनुपूरक बजट की जरूरत होती है.

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