रांची: एक तरफ लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां चल रही हैं. वहीं, दूसरी ओर इस चुनाव को समय से पहले कराने को लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस शुरू हो गई है. दरअसल, यह मुद्दा तब और ज्यादा जोर पकड़ लिया जब चुनाव आयोग की तैयारी के साथ साथ बीजेपी के महाजनसंपर्क अभियान को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा पिछले दिनों कार्यकर्ताओं के समक्ष लोकसभा चुनाव समय से पहले कराए जाने की आशंका व्यक्त की गई.
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नीतीश कुमार के द्वारा आशंका व्यक्त किए जाने के बाद झारखंड की सियासत में भी यह चर्चा का विषय बन गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भारतीय मौसम विभाग के द्वारा अगले साल अप्रैल-मई महीने में ग्लोबल वार्मिंग की वजह से पड़ने वाले प्रचंड गर्मी को देखते हुए समय से पहले चुनाव कराने संबंधी चुनाव आयोग को दिए गए सुझाव का हवाला देते हुए इसे सही बताया है. झामुमो केन्द्रीय महासचिव सुप्रीयो भट्टाचार्य ने कहा है कि लोकसभा चुनाव समय पर हो, पार्टी इसके पक्षधर है. मगर जिस तरह से चुनाव आयोग को मौसम विभाग का सुझाव मिला है उसे जरूर ध्यान में रखना होगा. क्योंकि इस बार भी जो गर्मी पड़ रही है वह ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव है.
फेल होने के डर से समय पूर्व चुनाव की हो रही है मांग: लोकसभा चुनाव समय से पहले कराने की हो रही मांग पर बीजेपी ने साफ कह दिया है कि इस तरह की आशंका वही व्यक्त करते हैं जिन्हें परीक्षा में बैठने से पहले सिलेबस पूरा नहीं होने की वजह से फेल होने का डर रहता है. बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा है कि बीजेपी हमेशा सिलेबस पूरा कर परीक्षा के लिए तैयार रहती है. बीजेपी के कार्यकर्ता इस बार भी तैयार हैं, जब भी चुनाव होगा बेहतर परिणाम देखने को मिलेगा. गौरतलब है कि वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल अगले वर्ष 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है. पिछला आमसभा चुनाव अप्रैल-मई 2019 में हुआ था.