रांचीः पीएचडी करने के इच्छुक विद्यार्थी डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय की ओर रुख कर सकते हैं. राज्य में पहली बार डीएसपीएमयू में पीएचडी के लिए ऑनलाइन इट्रेंस टेस्ट आयोजित की गई है. विभिन्न विषयों के लिए कुल 131 सीटें इस विश्वविद्यालय में रखा गया है. जिसमें जनजातीय भाषा भी शामिल है. इसे लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर तमाम तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई है.
डीएसपीएमयू में 131 सीटों पर पीएचडी में नामांकन लिए जा रहे हैं. स्टूडेंट को मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55 प्रतिशत मार्क्स अनिवार्य है. एसटी-एससी और दिव्यांग के लिए 50 परसेंट मार्क्स रखा गया है. वहीं, एग्जाम के लिए फीस भी निर्धारित कर दी गई है. जनरल और ओबीसी कैटेगरी के लिए एग्जाम फीस चार हजार रुपये है. जबकि एसटी-एससी और दिव्यांग के लिए तीन हजार रुपए फीस तय की गई है. सेल्फ फाइनेंस वोकेशनल कोर्स के लिए भी पीएचडी की जा सकती है.
इसमें एमएससी इन एनवायरमेंटल साइंस जूलॉजी के साथ, एमएससी माइक्रोबायोलॉजी बॉटनी के साथ, एमएससी आईटी के साथ शामिल है. यह सभी सेल्फ फाइनेंस इन वोकेशनल कोर्स है, जो कोर सब्जेक्ट के साथ ऐड किया गया है.
पीएचडी के लिए सब्जेक्ट और सीटों की संख्या:
⦁ साइकोलॉजी- 5
⦁ पॉलिटिकल साइंस- 3
⦁ जूलॉजी -18
⦁ एंथ्रोपोलॉजी- 21
⦁ जियोग्राफी -2
⦁ इंग्लिश- 4
⦁ संस्कृति -11
⦁ फिलॉस्फी -2
⦁ बॉटनी-38
⦁ केमिस्ट्री -10
⦁ मैथमेटिक्स-10
⦁ फिजिक्स- 2
⦁ टीआरएल-5
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इस विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों से पीएचडी करने वाले विद्यार्थियों के लिए कई शोध विशेषज्ञ मौजूद हैं. खुद वीसी एसएन मुंडा भी रिसर्चर हैं. ऐसे में पीएचडी के विद्यार्थियों को इस विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों से काफी फायदा मिल सकता है.