रांची: डॉटर्स डे के मौके पर लोग अपनी अपनी बेटियों को याद कर रहे थे और विभिन्न माध्यम से बेटियों की ओर से किए गए कार्यों को सराहाना रहे थे, लेकिन केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने देश की बेटी आर्चरी में झारखंड का नाम रोशन करने वाली दीपिका के कुछ तस्वीर और यादें ट्वीट की. बताया कि देश की बेटियों को अगर सहारा थोड़ा मिल जाए तो वह किसी भी हद तक जा सकती है.
दीपिका को बेटी का दर्जा देते हैं अर्जुन मुंडा और उनकी पत्नी
अर्जुन मुंडा और उनकी पत्नी दीपिका को अपनी बेटी का दर्जा देते है. अर्जुन मुंडा के ट्विटर वाल में लिखा गया है कि ओलंपियन दीपिका मेरी बेटी जैसी है. जब वह 11 साल की थी तो उसे टाटा आर्चरी एकेडमी के लिए अनफिट पाकर सिलेक्ट नहीं किया गया था. इससे निराश दीपिका को उसके माता-पिता साथ लेकर मेरा आवास पंहुचे थे. उन दिनों मैं मुख्यमंत्री था. उन लोगों से मैं और मेरी पत्नी मीरा मुंडा मिली. मीरा मुंडा ने उसके तीरंदाजी सीखने की जीत को भाप लिया. उन्होंने खरसावां के आर्चरी एकादमी में 2005-06 में उसका नामांकन कराया. मीरा ने कहा तुम तो इतनी दुबली पतली हो मेटल के इस रिकर्व-बो को कैसे चला पाओगी. पर दीपिका ने कहा कि उसे एक अवसर दिया जाए तो साबित कर देगी कि वह चला पाएगी. मीरा मुंडा ने उसे 6 महीने का समय दिया और कहा कि 6 महीने में आप अपने आपको साबित करके दिखाइए कि आप आर्चरी कर सकती है. इन 6 महीने में दीपिका ने उस चुनौती को पूरा कर दिखाया और साबित किया कि बेटियों को मदद की जाए तो वह भी विश्व चैंपियन बन सकती है. उन दिनों अर्जुन मुंडा झारखंड के मुख्यमंत्री थे.