रांची: झारखंड कांग्रेस 2024 की चुनावी तैयारी में पूरी तरह जुट गई है. संगठन को बूथ स्तर पर सशक्त करने के लिए तैयार ब्लू प्रिंट के अनुसार काम नहीं करने वाले पार्टी पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी. इसकी शुरुआत प्रखंड स्तर के वैसे नेताओं से शुरू हो चुकी है जिन्होंने संगठन सशक्तिकरण के कार्यक्रम को धरातल पर उतारने में लापरवाही बरती. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी (JPCC) ने करीब एक साल में अपने अपने प्रखंडों में पंचायत स्तर पर कमिटी तक गठित नहीं कर सकने वाले 08 जिलों के 15 प्रखंड अध्यक्षों को पद से हटाकर नए नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है.
कांग्रेस पार्टी में सभी पदाधिकारियों के कार्यों की समीक्षा हो रही है. जो भी पदाधिकारी अपने कार्यों के प्रति शिथिलता बरत रहे हैं उनकी लिस्ट तैयार की जा रही है. अपने दायित्वों का प्रति लापरवाह 15 प्रखंडों के अध्यक्ष के साथ साथ कई विधानसभा क्षेत्र के प्रभारियों को भी बदला गया है. अमूल्य नीरज खलखो ने कहा कि अभी जिला प्रभारियों के कार्यों की भी समीक्षा हो रही है और शिथिलता बरतने वाले पर कार्रवाई तय है. कांग्रेस के मुख्यालय प्रभारी और प्रदेश महासचिव ने कहा कि सभी लोकसभा वार इंचार्ज और संयोजक को यह जिम्मेदारी दी गयी है. वह अपने अपने क्षेत्र के जिम्मेदारी का पद संभालने वाले कांग्रेसी नेताओं की गतिविधियों की पूरी रिपोर्ट मुख्यालय को दें.
आम कार्यकर्ता खुश, बड़े और अकर्मण्य नेताओं पर भी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग: पद पाकर, अपना कद बढ़ाने वाले कांग्रेसियों पर कार्रवाई शुरू होने से पार्टी का आम कार्यकर्ता खुश हैं. वहीं उन्हें उम्मीद है कि कार्रवाई सिर्फ प्रखंड स्तर तक के नेताओं तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि जिला और प्रदेश स्तर तक के वैसे नेताओं की छुट्टी होगी जो कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की जगह अपना कद बढ़ाने में लगे हैं. पुराने कांग्रेसी नेता प्रभात कुमार ने कहा कि संगठन के लिए कार्य नहीं करने वाले पार्टी पदाधिकारियों को पद से हटाने की कार्रवाई स्वागतयोग्य है, लेकिन यह प्रक्रिया प्रदेश स्तर तक चलनी चाहिए. पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने साफ कर दिया है कि पार्टी में पद पाकर सिर्फ अपना राजनीतिक कद बढ़ाने वालों की खैर नहीं है. उनका पद तभी तक सुरक्षित है. जब तक वह संगठन को सशक्त करने के लिए दिए गए टास्क को पूरा करते हों.
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