रांची: राजधानी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार की रोकथाम की प्लानिंग के लिए मेयर आशा लकड़ा ने बुधवार को नगर आयुक्त मुकेश कुमार को बैठक करने का निर्देश दिया था. लेकिन पदाधिकारी बैठक से दूर रहे. इससे पहले भी मेयर के बुलाए गए बैठक में अधिकारी नदारद रहे थे. ऐसे में मेयर आशा लकड़ा ने कहा है कि निगम के पदाधिकारी रांची की जनता के लिए काम करना नहीं चाहते हैं, ना ही जनता के हित की सोचते हैं. बल्कि वह जनप्रतिनिधि को बदनाम करना चाहते हैं और इस वजह से वह कोरोना की रोकथाम को लेकर गंभीर नहीं हुए हैं.
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मेयर ने कहा कि रांची नगर निगम क्षेत्र में 15 लाख से ज्यादा की जनसंख्या है और लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. ऐसे में रांची नगर निगम की जिम्मेदारी है कि आम जनता तक सेनेटाइजेशन के कार्य को पहुंचाया जा सके. साथ ही सफाई कर्मियों की सुरक्षा के लिए भी संसाधन जुटाए जा सके. उन्होंने कहा कि जिस तरह से संक्रमण बढ़ रहा है. ऐसे में सुरक्षा मुहैया कराना सबसे ज्यादा जरूरी हो गया है.
आशा लकड़ा ने कहा कि इसके लिए पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी. लेकिन अब तक बैठक नहीं हो पाई. बैठक में कोरोना संक्रमण के बढ़ते फैलाव को रोकने के लिए प्लानिंग करना था. लेकिन अधिकारी नहीं आए. उन्होंने कहा कि अधिकारी नहीं चाहते हैं कि जनप्रतिनिधि का सम्मान हो, बल्कि वह जनप्रतिनिधि को बदनाम करने में लगे हुए हैं. साथ ही कहा कि अधिकारी चाहते हैं कि जनप्रतिनिधि की शक्ति जनता के हित के लिए इस्तेमाल ना हो. इस वजह से जनप्रतिनिधि के बैठक को नकारा जा रहा है. निगम के अधिकारी जनता के लिए काम करना नहीं चाहते हैं.