रांची: राज्य में तेजी से बढ़ रहे कोरोना केस की वजह से सरकारी विभागों के कामकाज पर खासा असर पड़ा है. हालत यह है कि सरकारी दफ्तर से लेकर न्यायालय तक में कोरोना ने दस्तक दे दी है. सरकारी कर्मी में कोरोना का खौफ इस कदर है कि फाइल को छूने से भी डरते हैं. संक्रमण से बचने के लिए हर विभाग में फाइल को सैनिटाइज करने के लिए सैनिटाइजेशन मशीन लगाई गई है. जिस फाइल की जरूरत होती है उसे पहले 5 मिनट मशीन में रखा जाता है और फिर उसके बाद ही उसे टेबल पर भेजा जाता है.
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जल संसाधन विभाग में 20 कर्मी कोरोना पॉजिटिव
जल संसाधन विभाग में अब तक 20 कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. जल संसाधन विभाग में सहायक कर्मी मनीष कुमार का कहना है कि सरकार की तरफ से जो व्यवस्था होनी चाहिए वह नहीं है. सचिवालय में काम करने वाले लोग डरे हुए हैं. लोग भी लापरवाही बरत रहे हैं. वित्त विभाग के सहायक अभय कुमार का कहना है कि संक्रमण की वजह से हाथ को हमेशा सैनिटाइज करते हैं और मास्क भी लगाते हैं. फाइल को सैनिटाइज करने के बाद हाथों को भी सैनिटाइज करते हैं.
150 अधिकारी-कर्मचारी कोरोना की चपेट में
तेजी से फैल रहे कोरोना की गिरफ्त में अब तक सचिवालय में करीब 150 लोग आ चुके हैं. इनमें कई होम क्वारैंटाइन हैं तो कई अस्पतालों में मौत से जंग लड़ रहे हैं. इसके अलावा सचिवालय के विभिन्न विभागों में कोरोना के डर से लोग छुट्टी पर चले गए हैं. इस वजह से विभाग में कुर्सियां खाली पड़ी है. विकास की गति जिस रफ्तार से होनी चाहिए वह नहीं हो पा रहा है. विकास की राह में कोरोना रोड़ा बन गया है.
रोस्टर सिस्टम शुरू करने की मांग
झारखंड राज्य अराजपत्रित महासंघ ने सरकार से कोरोना संक्रमण को देखते हुए रोस्टर सिस्टम शुरू करने की मांग दोहराई है. संघ के राज्य सचिव मृत्युंजय कुमार झा ने कहा कि सरकार का काम भी बाधित न हो और सरकारी कर्मी भी सुरक्षित रहें. कोई जरूरत है तो मोबाइल पर कर्मचारी से संपर्क किया जा सकता है.