रांची: आरयू के रेडियो खांची 90.4 एफएम के प्रयास से मोरहाबादी स्थित आर्यभट्ट सभागार में उत्तर दक्षिण संगीत समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल रमेश बैस शामिल हुए. इस मौके पर स्वर कोकिला लता मंगेशकर और बप्पी लाहिड़ी को श्रद्धांजलि दे कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस मौके पर राज्यपाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि लताजी ने अपने गायन से पूरे विश्व में अपनी पहचान स्थापित की है. भारतीय संगीत में उनके अतुलनीय योगदान को सदैव याद किया जाएगा. उनकी सुरीली आवाज हमेशा हमारे कानों में गूंजती रहेगी. इसी दौरान संगीत जगत में एक अलग पहचान बनाने वाले मशहूर गायक संगीतकार बप्पी लाहिड़ी को भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया.
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उत्तर दक्षिण संगीत समारोह में प्रसिद्ध बांसुरी वादक रोनू मजूमदार और प्रसिद्ध वायलिन वादक एम मंजूनाथ की जुगलबंदी ने अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इनका साथ तबला पर वी नरहरी और मृदंगम साथ दे रहे थे. विद्वान जे राव मधुर धुन को और सुरीली बना रहे थे.सांसद संजय सेठ ,रांची विश्वविद्यालय की कुलपति कामिनी कुमार के अलावे कई गणमान्य और कलाप्रेमी भी पहुंचे. बताते चलें कि रांची विश्वविद्यालय के रेडियो खांची की ओर से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम का रेकॉर्डिंग प्रसारण भी रेडियो कांची 90.4 एफएम पर किया जाएगा.
फाइन आर्ट डिपार्टमेंट की प्रदर्शनीः गौरतलब है कि इस कार्यक्रम के दौरान रांची विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स डिपार्टमेंट की ओर से आर्ट प्रदर्शनी भी लगाई गई थी. इसके जरिए विद्यार्थियों ने झारखंड की कला संस्कृति को दर्शाने की कोशिश की है. इस मौके पर कई कला प्रेमी और राज्यपाल रमेश बैस ने भी इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया है. विद्यार्थियों की मानें तो राज्यपाल ने उनके द्वारा तैयार की गई पेंटिंग और विभिन्न कलाकृतियों को काफी पसंद किया है.
लता मंगेशकर और बप्पी लाहिड़ी को श्रद्धांजलिः बता दें कि रांची विश्वविद्यालय का सामुदायिक रेडियो खांची और पायोनियर आर्ट एजुकेशन सोसाइटी नई दिल्ली की ओर से आयोजित उत्तर दक्षिण संगीत समारोह की शुरुआत स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धा सुमन अर्पित कर की गई.