रांची: झारखंड आंदोलन के पुरोधा और दिशोम गुरु के बेहद करीबी रहे शहीद निर्मल महतो को सोमवार को श्रद्धांजलि दी गई. महतो के शहादत दिवस पर राजधानी रांची में आजसू के कार्यकर्ताओं ने शहीद निर्मल महतो को याद किया. इसको लेकर जेल मोड़ चौक पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान उनकी हत्या की जांच की मांग उठाई. आजसू कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया. दादा हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं.
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आजसू महानगर के कार्यकर्ता ज्ञान सिन्हा ने कहा कि राज्य के गरीब शोषित और दलितों की आवाज सुनने वाले निर्मल महतो की हत्या को लेकर अभी तक उचित जांच नहीं हो पाई है. उनकी हत्या के पीछे किसका हाथ था, इसको लेकर किसी सरकार ने ध्यान नहीं दिया. ज्ञान सिन्हा ने कहा कि जिस प्रकार से राज्य के पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की हत्या की सीबीआई जांच कराई गई और उनके हत्यारे को जेल के पीछे भेजे गए. उसी प्रकार निर्मल महतो की हत्या की सीबीआई जांच कराकर उनके हत्यारों को जेल के पीछे भेजा जाए.
बता दें कि निर्मल महतो झारखंड आंदोलन के सबसे सक्रिय नेता रहे हैं. वे दिशोम गुरु शिबू सोरेन के करीबी माने जाते थे. आज भी निर्मल महतो को पूरा राज्य और देश उनके कार्यों के लिए याद करता है. आदिवासी समाज के लोग उन्हें दादा कहते थे.
झामुमो पर साधा निशानाः शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर आजसू नेताओं ने शहीद निर्मल को लेकर झामुमो सरकार पर भी निशाना साधा. आजसू महानगर के कार्यकर्ता ज्ञान सिन्हा ने कहा शहीद निर्मल महतो से करीबी दिखाने वाले लोग आज सरकार में हैं. लेकिन वो दादा के हत्यारों को कानून के शिकंजे में लाने के लिए कुछ नहीं कर रहे.