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हथियार तस्करी मामला: NIA को छापेमारी में मिले नकदी समेत कई अहम सबूत

हथियार तस्करी मामले (Weapons Smuggling Case) में बुधवार को हुई यूपी, बिहार और झारखंड में एनआईए की छापेमारी (NIA Raid in Jharkhand) में कई अहम सबूत हाथ लगे हैं. एनआईए ने 1.46 लाख नगद सहित कई अन्य उपकरण जब्त किए गए हैं.

NIA raid in Jharkhand
NIA raid in Jharkhand
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Published : Dec 30, 2021, 10:03 PM IST

रांची: झारखंड के नक्सली संगठनों और असंगठित अपराधी गिरोहों के बीच केंद्रीय पारा मिलिट्री को आवंटित हथियार और कारतूस की सप्लाई मामले को लेकर झारखंड समेत बिहार और यूपी के कई शहरों में की गई (NIA Raid) छापेमारी में एनआईए को कई अहम सबूत हाथ लगे हैं. इस छापेमारी में एनआईए की टीम ने 1.46 लाख नगद सहित कई अन्य उपकरण जब्त किए हैं.

ये भी पढ़ें- नक्सलियों के कनेक्शन खंगालने चंदौली में NIA की कार्रवाई, कई अहम दस्तावेज जब्त

तीन रोज्यों के 12 स्थानों पर एनआईए का छापा

गौरतलब है कि एनआईए की टीम ने बुधवार को केंद्रीय पारा मिलिट्री को आवंटित हथियार और कारतूस की सप्लाई मामले में झारखंड, बिहार और यूपी के 12 ठिकानों पर छापेमारी (NIA Raid) की थी. छापेमारी के क्रम में एनआईए ने संदिग्धों के यहां से 1.46 लाख रुपये नकदी, लैपटॉप, सेलफोन, कंप्यूटर, डिजिटल स्टोर डिवाइस, कई सारे कागजात, डायरी और खाली कारतूस के बॉक्स बरामद किए हैं. एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी के क्रम में कई अहम सबूत मिले हैं. इनके आधार पर आगे का अनुसंधान किया जा रहा है.

कहां-कहां एनआईए का छापा

एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, एजेंसी ने झारखंड के सरायकेला-खरसांवा, धनबाद, रांची, बिहार के पटना, गया, छपरा और यूपी के चंदौली छापेमारी की थी. पूर्व में झारखंड के एटीएस थाने में दर्ज केस को एनआईए ने टेकओवर किया था. केस टेकओवर करने के बाद इस मामले की एनआईए जांच कर रही है. झारखंड एटीएस ने इस मामले में पंजाब के फिरोजपुर के बीएसएफ के कार्तिक बेसरा को गिरफ्तार किया था. वहीं इस मामले में कश्मीर के पुलवामा में तैनात अविनाश कुमार की भी गिरफ्तारी हुई थी. वहीं बीएसएफ के सेवानिवृत हवलदार अरूण कुमार सिंह को भी एटीएस ने छपरा से गिरफ्तार किया था.

ये भी पढ़ें- धनबाद में एनआईए की छापेमारी के बाद रिकवरी एजेंट के बचाव में उतरी पत्नी रूनी सिंह, एसपी को पत्र लिखकर पति को बताया निर्दोष

पतिराम मांझी, अमन साव समेत कई को हथियाार की सप्लाई

एनआईए जांच (NIA Investigation) में यह तथ्य सामने आए हैं कि भाकपा माओवादियों के सेंट्रल कमिटी सदस्य पतिराम मांझी, अपराधी अमन साव गिरोह के सदस्यों को हथियार की सप्लाई इस गैंग के द्वारा की जाती थी. वहीं बिहार और यूपी के बाहुबलियों के गैंग को भी हथियार और कारतूस की सप्लाई की जाती थी.

एनआईए ने केस को किया था टेकओवर

गौरतलब है कि झारखंड के बड़े गैंगस्टर और नक्सलियों के बीच हथियार और कारतूस सप्लाई मामले में एनआईए ने केस दर्ज करते हुए एटीएस थाने में दर्ज कांड संख्या 1/21 को टेकओवर किया था. हथियार और कारतूस तस्करी मामले में एनआईए ने झारखंड एटीएस के द्वारा गिरफ्तार सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार, ठेकेदार मुजाहिद खान, संजय कुमार सिंह, पाकुड़ जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव, बीएसएफ के पूर्व जवान अरूण कुमार उर्फ फौजी, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था.

रांची: झारखंड के नक्सली संगठनों और असंगठित अपराधी गिरोहों के बीच केंद्रीय पारा मिलिट्री को आवंटित हथियार और कारतूस की सप्लाई मामले को लेकर झारखंड समेत बिहार और यूपी के कई शहरों में की गई (NIA Raid) छापेमारी में एनआईए को कई अहम सबूत हाथ लगे हैं. इस छापेमारी में एनआईए की टीम ने 1.46 लाख नगद सहित कई अन्य उपकरण जब्त किए हैं.

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तीन रोज्यों के 12 स्थानों पर एनआईए का छापा

गौरतलब है कि एनआईए की टीम ने बुधवार को केंद्रीय पारा मिलिट्री को आवंटित हथियार और कारतूस की सप्लाई मामले में झारखंड, बिहार और यूपी के 12 ठिकानों पर छापेमारी (NIA Raid) की थी. छापेमारी के क्रम में एनआईए ने संदिग्धों के यहां से 1.46 लाख रुपये नकदी, लैपटॉप, सेलफोन, कंप्यूटर, डिजिटल स्टोर डिवाइस, कई सारे कागजात, डायरी और खाली कारतूस के बॉक्स बरामद किए हैं. एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी के क्रम में कई अहम सबूत मिले हैं. इनके आधार पर आगे का अनुसंधान किया जा रहा है.

कहां-कहां एनआईए का छापा

एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, एजेंसी ने झारखंड के सरायकेला-खरसांवा, धनबाद, रांची, बिहार के पटना, गया, छपरा और यूपी के चंदौली छापेमारी की थी. पूर्व में झारखंड के एटीएस थाने में दर्ज केस को एनआईए ने टेकओवर किया था. केस टेकओवर करने के बाद इस मामले की एनआईए जांच कर रही है. झारखंड एटीएस ने इस मामले में पंजाब के फिरोजपुर के बीएसएफ के कार्तिक बेसरा को गिरफ्तार किया था. वहीं इस मामले में कश्मीर के पुलवामा में तैनात अविनाश कुमार की भी गिरफ्तारी हुई थी. वहीं बीएसएफ के सेवानिवृत हवलदार अरूण कुमार सिंह को भी एटीएस ने छपरा से गिरफ्तार किया था.

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पतिराम मांझी, अमन साव समेत कई को हथियाार की सप्लाई

एनआईए जांच (NIA Investigation) में यह तथ्य सामने आए हैं कि भाकपा माओवादियों के सेंट्रल कमिटी सदस्य पतिराम मांझी, अपराधी अमन साव गिरोह के सदस्यों को हथियार की सप्लाई इस गैंग के द्वारा की जाती थी. वहीं बिहार और यूपी के बाहुबलियों के गैंग को भी हथियार और कारतूस की सप्लाई की जाती थी.

एनआईए ने केस को किया था टेकओवर

गौरतलब है कि झारखंड के बड़े गैंगस्टर और नक्सलियों के बीच हथियार और कारतूस सप्लाई मामले में एनआईए ने केस दर्ज करते हुए एटीएस थाने में दर्ज कांड संख्या 1/21 को टेकओवर किया था. हथियार और कारतूस तस्करी मामले में एनआईए ने झारखंड एटीएस के द्वारा गिरफ्तार सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार, ठेकेदार मुजाहिद खान, संजय कुमार सिंह, पाकुड़ जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव, बीएसएफ के पूर्व जवान अरूण कुमार उर्फ फौजी, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था.

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