रांची: लातेहार के बड़गांव जंगल में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए पांच माओवादियों के मामले में पुलिस राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) को रिपेार्ट नहीं भेज रही है. एनएचआरसी ने रिपोर्ट नहीं मिलने पर राज्य पुलिस मुख्यालय को रिमाइंडर भेजा है. जिसके बाद राज्य पुलिस मुख्यालय से डीजीपी के एआईजी शम्स तबरेज ने लातेहार डीसी और एसपी से रिपोर्ट की मांग की है.
क्या है पूरा मामला
4 अप्रैल 2018 को लातेहार के मनिका और हेरहंज की सीमा पर बड़गांव जंगल में पुलिस और सीआरपीएफ की मुठभेड़ भाकपा माओवादियों के साथ हो गई थी. पुलिस का दावा था कि छोटू खेरवार के दस्ते के साथ मुठभेड़ में पांच माओवादी मारे गए और तीन एके 47 समेत अन्य हथियार बरामद किया गया. घटना के बाद हेरहंज थाना में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया था. पुलिस मुठभेड़ के बाद कुछ लोगों ने राजभवन के समक्ष प्रदर्शन कर मुठभेड़ को गलत बताया था. वहीं, इस केस को बाद में सीआईडी ने टेकओवर किया था. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को मिली शिकायत के बाद आयोग ने राज्य पुलिस से पूरी रिपोर्ट तलब की थी.
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मुख्यालय का क्या है आदेश
राज्य पुलिस मुख्यालय ने लातेहार डीसी और एसपी को लिखा है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को तुरंत प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं. आयोग ने 12 दिसंबर को ही इस मामले में रिमाइंडर भेजा था. मुख्यालय ने आदेश दिया है कि पूरे मामले में एक रिपोर्ट राज्य पुलिस मुख्यालय को भी दिया जाए. पलामू के डीआईजी को भी इस मामले में आवश्यक कार्रवाई का निर्देश राज्य पुलिस मुख्यालय ने दिया है.