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रांची रेल मंडल की बड़ी उपलब्धि, 58 घंटे 15 मिनट का काम 3 घंटे में किया पूरा - रेल पटरी की मरम्मत

दक्षिणी पूर्वी रेलवे के रांची रेल मंडल का मुरी-चांडिल सेक्शन में 3 घंटे का इंटीग्रेटेड ब्लॉक लिया गया. इस ब्लॉग के जरिए सेक्शन में रेल यातायात ना होने का लाभ लेते हुए सेक्शन के विभिन्न स्टेशनों में विभिन्न विभागों का काम निपटा लिया गया है, जो दक्षिण पूर्वी रेल रेलवे के रांची रेल मंडल के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.

रांची रेल मंडल की बड़ी उपलब्धि
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Published : Sep 2, 2019, 11:57 PM IST

रांची: रेल मंडल के मुरी-चांडिल सेक्शन में 3 घंटे का इंटीग्रेटेड ब्लॉक से इस सेक्शन के कई स्टेशनों के इंजीनियरिंग का काम दुरुस्त किया गया. वहीं, इस काम को करने के लिए 58 घंटे15 मिनट का समय लगता है. जो दक्षिण पूर्वी रेल रेलवे के रांची रेल मंडल के लिए एक उपलब्धि मानी जा रही है.

देखें पूरी खबर

दक्षिणी पूर्वी रेलवे के रांची रेल मंडल का मुरी-चांडिल सेक्शन में सोमवार को 3 घंटे का इंटीग्रेटेड ब्लॉक लिया गया. इस ब्लॉग के जरिए सेक्शन में रेल यातायात ना होने का लाभ लेते हुए सेक्शन के विभिन्न स्टेशनों में विभिन्न विभागों का काम निपटा लिया गया है, जिसमें इंजीनियरिंग सिग्नल और दूरसंचार के कई मरम्मत का काम शामिल है. ब्लॉक अवधि के दौरान मुरी सेक्शन में रेलवे क्रॉसिंग की जांच भी की गई. वहीं, इंसुलेटर को भी बदला गया. जंपर की जांच भी कराई गई.

इसे भी पढ़ें:- बिहार: एक स्कूल ऐसा भी जहां 'ट्रेन के डिब्बों' में चलती है क्लास

इंजीनियरिंग विभाग द्वारा पटरियों का रखरखाव, रेल पटरी की मरम्मत, रेल पटरियों का वेल्डिंग और पटरियों का बदलाव किए गए हैं. वहीं, सिग्नल और दूरसंचार विभाग द्वारा ट्रैक सर्किट का रखरखाव, पॉइंट्स की जांच, मशीनों की मरम्मत जैसे काम भी किए गए . सामान्य परिचालन में यह काम करने से सभी विभागों को अलग-अलग ब्लॉक लेने से कुल 58 घंटे 15 मिनट का समय लगता है .

ब्लॉक लेकर 3 घंटे के दौरान सभी तरह के मरम्मत का काम पूरा किया गया. रांची रेल मंडल के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. हालांकि इस रूट पर ट्रेनों का यातायात नहीं होने के कारण यह काम संभव हो पाया है.

रांची: रेल मंडल के मुरी-चांडिल सेक्शन में 3 घंटे का इंटीग्रेटेड ब्लॉक से इस सेक्शन के कई स्टेशनों के इंजीनियरिंग का काम दुरुस्त किया गया. वहीं, इस काम को करने के लिए 58 घंटे15 मिनट का समय लगता है. जो दक्षिण पूर्वी रेल रेलवे के रांची रेल मंडल के लिए एक उपलब्धि मानी जा रही है.

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दक्षिणी पूर्वी रेलवे के रांची रेल मंडल का मुरी-चांडिल सेक्शन में सोमवार को 3 घंटे का इंटीग्रेटेड ब्लॉक लिया गया. इस ब्लॉग के जरिए सेक्शन में रेल यातायात ना होने का लाभ लेते हुए सेक्शन के विभिन्न स्टेशनों में विभिन्न विभागों का काम निपटा लिया गया है, जिसमें इंजीनियरिंग सिग्नल और दूरसंचार के कई मरम्मत का काम शामिल है. ब्लॉक अवधि के दौरान मुरी सेक्शन में रेलवे क्रॉसिंग की जांच भी की गई. वहीं, इंसुलेटर को भी बदला गया. जंपर की जांच भी कराई गई.

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इंजीनियरिंग विभाग द्वारा पटरियों का रखरखाव, रेल पटरी की मरम्मत, रेल पटरियों का वेल्डिंग और पटरियों का बदलाव किए गए हैं. वहीं, सिग्नल और दूरसंचार विभाग द्वारा ट्रैक सर्किट का रखरखाव, पॉइंट्स की जांच, मशीनों की मरम्मत जैसे काम भी किए गए . सामान्य परिचालन में यह काम करने से सभी विभागों को अलग-अलग ब्लॉक लेने से कुल 58 घंटे 15 मिनट का समय लगता है .

ब्लॉक लेकर 3 घंटे के दौरान सभी तरह के मरम्मत का काम पूरा किया गया. रांची रेल मंडल के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. हालांकि इस रूट पर ट्रेनों का यातायात नहीं होने के कारण यह काम संभव हो पाया है.

Intro:रांची।

रांची रेल मंडल के मुरी- चांडिल सेक्शन में 3 घंटे का इंटीग्रेटेड ब्लॉक से इस सेक्शन में रेल यातायात ना होने के कारण सेक्शन के विभिन्न स्टेशनों के इंजीनियरिंग का काम दुरुस्त किया गया .जबकि इस काम को करने के लिए 58 घंटे 15 मिनट का समय लगता है .दक्षिण पूर्वी रेल रेलवे के रांची रेल मंडल का यह एक उपलब्धि मानी जा रही है.


Body:दक्षिणी पूर्वी रेलवे के रांची रेल मंडल का मुरी चांडिल सेक्शन में सोमवार को 3 घंटे का इंटीग्रेटेड ब्लॉक लिया गया. इस ब्लॉग के जरिए सेक्शन में रेल यातायात ना होने का लाभ लेते हुए सेक्शन के विभिन्न स्टेशनों में विभिन्न विभागों का काम निपटा लिया गया है. जिसमें इंजीनियरिंग सिग्नल और दूरसंचार के कई मरम्मत का काम शामिल है. ब्लॉक अवधि के दौरान मुरी सेक्शन में रेलवे क्रॉसिंग की जांच हुई. वही इंसुलेटर को बदला भी गया .जंपर की जांच भी कराई गई. इंजीनियरिंग विभाग द्वारा पटरियों का रखरखाव ,रेल पटरी की मरम्मत, रेल पटरियों का वेल्डिंग, और पटरियों का बदलाव किए गए हैं .वहीं सिग्नल और दूरसंचार विभाग द्वारा ट्रैक सर्किट का रखरखाव ,पॉइंट्स की जांच, मशीनों की मरम्मत जैसे काम भी किए गए हैं .सामान्य परिचालन में यह काम करने से सभी विभागों को अलग-अलग ब्लॉक लेने से कुल 58 घंटे 15 मिनट का समय लगता है .


Conclusion:जबकि सामूहिक रूप से ब्लॉक लेकर 3 घंटे के दौरान तमाम तरह का मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया है. रांची रेल मंडल के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है .हालांकि इस रूट पर ट्रेनों का यातायात नहीं होने के कारण यह काम संभव हो पाया है.
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