रांची: इन दिनों जैक इंटरमीडिएट कंपार्टमेंटल परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन इसमें कई गड़बड़ियां देखी जा रही है. जैक ने एसएस हाई स्कूल की शिक्षिका नोयला खालको को मुख्य परीक्षक के तौर पर नियुक्त किया है, लेकिन जैक को यह पता ही नहीं की उसकी मृत्यु अप्रैल महीने में ही हो चुकी है. इस मामले के बाद जैक की किरकिरी हो रही है.
जैक प्रशासन से हुई बड़ी चूक
इन दिनों जैक इंटरमीडिएट कंपार्टमेंटल परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य जारी है. मूल्यांकन का केंद्र रांची के मारवाड़ी प्लस टू उच्च विद्यालय में बनाया गया है. तमाम विषयों के लिए विषयवार परीक्षकों की नियुक्ति की गई है, जिसमें एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. शिक्षकों की नियुक्ति में जैक प्रशासन ने एक बड़ी चूक कर दी है. जैक ने अर्थशास्त्र की परीक्षक सूची में एसएस प्लस टू हाई स्कूल बेड़ो की शिक्षिका नोयला खलको का नाम मुख्य परीक्षक के तौर पर जारी किया है, जबकि नोयला खलको की मृत्यु अप्रैल 2019 में ही हो चुकी है.
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सेवानिवृत्त शिक्षकों को राशि देकर लिया जा सकता है काम
इस मामले को लेकर जब जैक अध्यक्ष अरविंद प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जैक द्वारा गलती हो गई है और इसको सुधार कर उनके जगह पर सीनियर परीक्षक को पदस्थापित किया गया है. वहीं, उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी लगा दिया गया है. इस मामले में जैक ने कहा कि यह नियम है कि सेवानिवृत्त शिक्षकों को मूल्यांकन काम में राशि देकर उन से काम लिया जा सकता है.