रांची: झारखंड में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उससे साफ है कि समय रहते कमी दूर नहीं की गई तो हालात पर नियंत्रण करना मुश्किल हो जाएगा. झारखंड के स्वास्थ्य सचिव केके सोन ने कोरोना के बढ़ते मामलों के देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव को पत्र लिखकर तुरंत 1500 वेंटिलेटर मुहैया कराने का आग्रह किया है.
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15 हजार पार पहुंचा एक्टिव केस
दरअसल, झारखंड में पिछले एक हफ्ते में एक्टिव मरीजों की संख्या में तीन गुणा बढ़ोतरी हुई है. हर दिन औसतन 1500 से ज्यादा कोरोना के केस मिल रहे हैं. 12 अप्रैल तक एक्टिव मरीजों की संख्या 15343 हो गई है. यही रफ्तार रही तो अप्रैल माह के अंत तक एक्टिव मरीजों की संख्या 35 हजार हो सकती है. ऐसी स्थिति में राज्य को ज्यादा वेंटिलेटर की जरूरत पड़ सकती है. फिलहाल राज्य के सरकारी अस्पतालों में करीब 500 वेंटिलेटर हैं लेकिन यह संख्या नाकाफी है.
रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी किल्लत
झारखंड में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी किल्लत हो गई है. अब तक स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर से इस इंजेक्शन की व्यवस्था कर रहा था. पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग की तरफ से निजी अस्पतालों को भी रेमडेसिविर इंजेक्शन मुहैया कराई गई थी. राज्य स्तर पर रेमडेसिविर इंजेक्शन के उत्पादक और सीएफए से आग्रह किया जा चुका है लेकिन पर्याप्त संख्या में इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है.
झारखंड के स्वास्थ्य सचिव केके सोन ने ड्रग्स कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया से इस मामले में हस्तक्षेप कर उत्पादकों से सप्लाई सुनिश्चित कराने का आग्रह किया है. स्वास्थ्य सचिव की तरफ से लिखे गए पत्र से साफ है कि केंद्र के स्तर से राज्य को मदद नहीं मिली तो हालात बेकाबू हो सकते हैं.