रांचीः रांची में पूर्व आईएएस अफसर के चिल्ड्रन होम में एक बच्ची से यौनशोषण किया गया. बच्ची ने खुद ही इसकी शिकायत राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम से की है. इस पर आयोग ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि यह चिल्ड्रन होम जिस पूर्व ब्यूरोक्रेट से जुड़ा है, उसका चिल्ड्रन होम का व्यापक नेटवर्क है और सबमें कुछ न कुछ शिकायतें हैं. इसके अलावा आयोग ने रांची के दूसरे चिल्ड्रन होम की भी जांच की.
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राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम ने मंगलवार को रांची में छापेमारी की. चिल्ड्रन होम में सेक्सुअल हरासमेंट के मामले की शिकायत पर रांची पहुंची राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के नेतृत्व में टीम ने जांच की. आयोग की टीम ने रांची के कई चिल्ड्रन होम का निरीक्षण किया है. टीम ने धुर्वा इलाके स्थित चिल्ड्रन होम में एक नाबालिग से पूछताछ की. इसमें बच्ची ने यौनशोषण की शिकायत की. आरोप है कि यह चिल्ड्रन होम पूर्व आईएस अफसर हर्ष मंदर का है. यहीं बच्ची के साथ सेक्सुअल हरासमेंट का मामला सामने आया है और आरोपी यहां का स्टाफ है.
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का आरोप है कि हर्ष मंदर के चिल्ड्रन होम में इस तरह की कई सेक्सुअल हरासमेंट की बात सामने आई है. इधर उनकी टीम ने इस चिल्ड्रन होम के अलावा भी दूसरे चाइल्ड होम का जायजा लिया. राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताया कि तमाम चीजों की जांच पड़ताल की गई है और जो सेक्सुअल हरासमेंट का मामला सामने आया है उसको लेकर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि इन मामलों को केंद्र की सरकार तक पहुंचाने का काम करेंगे और जितने भी संस्थानों में इस तरह का कृत्य किया जा रहा है उस पर कार्रवाई की जाएगी.
प्रियंक कानूनगो का आरोप है पूर्व ब्यूरोक्रेट के देश भर में 50 से अधिक चिल्ड्रन होम चल रहे हैं और एक व्यापक नेटवर्क का हिस्सा हैं और चेन्नई समेत कई जगह इनके खिलाफ रिपोर्ट लिखाई गई है. रांची स्थित चिल्ड्रन होम में बच्ची का यौनशोषण वहां के स्टाफ ने ही किया है, जिसे दबाने का प्रयास किया जा रहा था.