रांची: झारखंड की राजधानी रांची में दर्जनों गिरफ्तारियों के बावजूद उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. पीएलएफआई संगठन की ओर से रंगदारी मांगने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. वर्चुअल नंबर का प्रयोग कर लगातार यह संगठन शहर के कारोबारियों को धमका रहा है.
रंगदारी के मामले में कई पीएलएफआई उग्रवादियों को गिरफ्तार होने के बावजूद एक बार फिर कांके के कारोबारी से रंगदारी मांगी गई. पुलिस ने कांके के जमीन कारोबारी अवधेश कुमार से 30 लाख रंगदारी के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. वाट्सएप के जिस वर्चुअल नंबर से कॉल किया गया है, उस नंबर का पता लगाया जा रहा है. संबंधित नंबर से ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि, रंगदारी मांगने वाले अबतक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. बता दें कि रांची पुलिस को चुनौती देकर पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर रंगदारी मांगी गई थी. रंगदारी मांगने के लिए वाट्सएप के वर्चुअल नंबर से वीडियो कॉल किया और एक ऑडियो व पर्चा भेजा है. ऑडियो में कहा है 'बात कर लीजिए अवधेश जी, मैं पीएलएफआई सेंट्रल कमेटी का सदस्य हूं. 30 लाख रुपये सहयोग राशि भेज दीजिए, अन्यथा फौजी कार्रवाई करूंगा.' ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि तकनीकी सेल जांच में जुटी है. जल्द ही कॉल करने वाले तक पुलिस पहुंच जाएगी.
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जान से मारने की दी गई धमकी
ऑडियो में कहा गया है कि 'सहयोग राशि नहीं देने पर जान-माल की हानी होगी. इसके आप खुद जिम्मेदार होंगे, बाकि आप खुद समझदार हैं. कांके ब्लॉक में आपका घर है, सभी का रेकी कर लिया गया है. गार्ड रखना है तो रख लिजिए. एसपी को बोल दीजिए पीएलएफआई से फोन आया था. सरदार कॉल कर रहा था, दाढ़ी वाला. देख लेते हैं कितना आपलोग को बचाता है. कह दीजिए दो-चार गार्ड दे दे. कितना गार्ड हैं रांची पुलिस के पास हम भी देखते हैं'. इस कॉल के आने के बाद हड़कंप मच गया है. मामले में जमीन कारोबारी ने कांके थाने में एफआइआर दर्ज कराई है. इसकी सूचना एसएसपी को भी दी गई है. इससे पहले भी पीएलएफआई की ओर से मांगी गई रंगदारी की घटनाओं में कॉल करने वाले को पुलिस पकड़ने में फेल रही है. रंगदारी मांगने के सिलसिले को पुलिस नहीं रोक पा रही है. हालांकि पीएलएफआई के खिलाफ रांची के सीनियर एसपी के नेतृत्व में कई बड़ी कार्रवाई की गई है, लेकिन यह संगठन पुलिस को लगातार परेशान कर रहा है. यही वजह है कि रांची के सीनियर एसपी कहते हैं कि सिमडेगा और खूंटी, रांची से ज्यादा दूर नहीं है. रांची पुलिस पीएलएफआई के गढ़ में घुस कर करवाई करेगी.