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4 सितंबर को झारखंड में मनाया जायेगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस, 1.53 करोड़ बच्चों को मिलेगा एल्बेंडाजोल की खुराक

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Published : Aug 30, 2019, 9:20 PM IST

झारखंड में 4 सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा. इस दौरान झारखंड के लगभग 4 लाख सरकारी और प्राइवेट स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों के 1 करोड़ 53 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल दवाई खिलाई जाएगी. स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डॉ अमर कुमार मिश्रा ने सूचना भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी.

जानकारी देते स्वास्थ्य उपनिदेशक

रांची: राज्य में 4 सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जायेगा. इस दौरान यह योजना देवघर को छोड़कर झारखंड के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत 5 से 14 साल तक के 1 करोड़ 53 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल दवाई खिलाई जाएगी. इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डॉ अमर कुमार मिश्रा ने सूचना भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी.

देखें पूरी खबर

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है. यह योजना राज्य के देवघर को छोड़कर सभी जिलों के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में चलाई जाएगी. जो बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं, उन्हें आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा घर-घर जाकर एल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी. इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के 1 करोड़ 53 लाख बच्चों को कृमि मुक्ति दवा एल्बेंडाजोल खिलाने का लक्ष्य रखा है.

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1 करोड़ 53 लाख बच्चों को एम्बेंडाजोल दवा खिलाई जाएगी

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत राज्य के 1 करोड़ 53 लाख बच्चों को इस योजना से लाभ मिलेगा. राज्य के 3 लाख 51 हजार 62 सरकारी स्कूलों के 50 लाख 24 हजार 695 बच्चे, 8 हजार 468 प्राइवेट स्कूलों के 23 लाख 34 हजार 730 बच्चे और 36 हजार 865 आंगनबाड़ी केंद्रों के 15 लाख 15 हजार बच्चों को एम्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी. इसके अलावे स्कूल नहीं जाने वाले 40 लाख 95 हजार बच्चों को भी आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से घर-घर जा कर एल्बेंडाजोल का खुराक दिया जाएगा.

स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस काम के लिए 43 हजार 630 शिक्षक और 36 हजार 865 आंगनबाड़ी सेविकाओं को चिंहित किया गया है, जो बच्चों को दवा खिलाएंगे. पिछले साल इस अभियान के तहत 1 करोड़ 48 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें 1 लाख 26 करोड़ बच्चे ही इस से लाभान्वित हुए थे.

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5 से 14 साल तक के बच्चों को मिलेगी एल्बेंडाजोल की खुराक

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस आयोजन का मुख्य उद्देश्य सभी बच्चों और किशोरों को स्वस्थ रखना और कृमि मुक्त करना है. आमतौर पर यह देखा गया है कि कृमी संक्रमण का बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, जिसके कारण बच्चों का सही विकास नहीं हो पाता है. भारत में कृमि संक्रमण जन समस्या के रूप में उभर रहा है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत में 5 से 14 साल उम्र के 22 करोड़ से भी अधिक बच्चों को कृमि संक्रमण का खतरा है.

रांची: राज्य में 4 सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जायेगा. इस दौरान यह योजना देवघर को छोड़कर झारखंड के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत 5 से 14 साल तक के 1 करोड़ 53 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल दवाई खिलाई जाएगी. इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डॉ अमर कुमार मिश्रा ने सूचना भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी.

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राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है. यह योजना राज्य के देवघर को छोड़कर सभी जिलों के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में चलाई जाएगी. जो बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं, उन्हें आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा घर-घर जाकर एल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी. इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के 1 करोड़ 53 लाख बच्चों को कृमि मुक्ति दवा एल्बेंडाजोल खिलाने का लक्ष्य रखा है.

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1 करोड़ 53 लाख बच्चों को एम्बेंडाजोल दवा खिलाई जाएगी

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत राज्य के 1 करोड़ 53 लाख बच्चों को इस योजना से लाभ मिलेगा. राज्य के 3 लाख 51 हजार 62 सरकारी स्कूलों के 50 लाख 24 हजार 695 बच्चे, 8 हजार 468 प्राइवेट स्कूलों के 23 लाख 34 हजार 730 बच्चे और 36 हजार 865 आंगनबाड़ी केंद्रों के 15 लाख 15 हजार बच्चों को एम्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी. इसके अलावे स्कूल नहीं जाने वाले 40 लाख 95 हजार बच्चों को भी आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से घर-घर जा कर एल्बेंडाजोल का खुराक दिया जाएगा.

स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस काम के लिए 43 हजार 630 शिक्षक और 36 हजार 865 आंगनबाड़ी सेविकाओं को चिंहित किया गया है, जो बच्चों को दवा खिलाएंगे. पिछले साल इस अभियान के तहत 1 करोड़ 48 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें 1 लाख 26 करोड़ बच्चे ही इस से लाभान्वित हुए थे.

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5 से 14 साल तक के बच्चों को मिलेगी एल्बेंडाजोल की खुराक

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस आयोजन का मुख्य उद्देश्य सभी बच्चों और किशोरों को स्वस्थ रखना और कृमि मुक्त करना है. आमतौर पर यह देखा गया है कि कृमी संक्रमण का बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, जिसके कारण बच्चों का सही विकास नहीं हो पाता है. भारत में कृमि संक्रमण जन समस्या के रूप में उभर रहा है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत में 5 से 14 साल उम्र के 22 करोड़ से भी अधिक बच्चों को कृमि संक्रमण का खतरा है.

Intro:रांची।

4 सितंबर को देशभर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा. इसकी जानकारी विभाग द्वारा सूचना भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी गई .यह योजना राज्य के देवघर को छोड़कर राज्य के सभी जिलों में स्कूलों और आंगनबाड़ी में चलाई जाएगी. जो बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं उन्हें आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा घर-घर जाकर दवाई दी जाएगी. इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा तमाम तरह की तैयारियां कर ली गई है. राज्य के एक करोड़ 53 लाख बच्चों को कृमि मुक्ति दवा एल्बेंडाजोल खिलाने का लक्ष्य रखा गया है.


Body:राज्य के तीन लाख 51 हजार 62 सरकारी स्कूल के 50 लाख 24 हजार 695 बच्चों को, वहीं 8 हजार 468 प्राइवेट स्कूलों के 23 लाख 34 हज़ार 730 बच्चों को और 36 हजार 865 आंगनबाड़ी केंद्रों के 15 लाख 15 हजार बच्चों को एम्बेडजोल की दवा खिलाई जाएगी. इसके अलावा स्कूल -आंगनबाड़ी नहीं जाने वाले 40 लाख 95 हजार बच्चों को भी आंगनबाड़ी के माध्यम से यह दवा दी जाएगी .इस काम के लिए विभाग की ओर से 43 हजार 630 शिक्षक और 36 हजार 865 आंगनबाड़ी सेविकाओ को चिन्हित किया गया है .जो बच्चों को दवा खिलाएंगे. पिछले साल एक करोड़ 48 लाख टारगेट दिया गया था. जिसके तुलना में एक लाख 26 करोड़ को यह दवा खिलाया गया था.

बाइट-अमर कुमार मिश्रा, उपनिदेशक, स्वास्थ्य विभाग।


Conclusion:राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि झारखंड में सभी बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य तंदुरुस्त रहे और वह कृमी मुफ्त रहे .आमतौर पर यह देखा गया है कि कृमी संक्रमण का बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है.उकक सही तरीके से विकास नहीं हो पाता है और बच्चों के सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है .इसलिए एल्बेंडाजोल का खुराक देना जरूरी है. भारत में कृमि संक्रमण और जन समस्या के समस्या के रूप में उभर रहा है डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत में 15 से 14 साल तक की उम्र में के 22 करोड़ से भी अधिक बच्चों को कृमि संक्रमण का खतरा है कृमि संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए एल्बेंडाजोल 400 मिलीग्राम दवाई का सेवन एक सुरक्षित लाभदायक और प्रभावी उपाय माना गया है. इसीलिए राज्य सरकार द्वारा वृहद रूप से अपने विभिन्न जिलों में 4 सितंबर को कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम मनाया जा रहा है .23 जिलों के एक करोड़ 53 लाख बच्चों को कृमि मुक्ति के लिए एल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी यह विभाग का लक्ष्य है.
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