रांची: झारखंड में होने वाले 67वीं राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता 2023-24 के सफल आयोजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 17 से 19 फरवरी 2024 तक रांची के खेलगांव परिसर में खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इस आयोजन को लेकर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना निदेशक किरण पासी ने बताया कि इस तरह की प्रतियोगिता से खेल में रुचि रखने वाले बच्चे अपने प्रतिभा को दिखा पाएंगे. निदेशक किरण पासी ने कहा कि इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए जनता से सहयोग की उम्मीद है.
प्रतियोगिता में कई खेल किए गए हैं शामिलः निदेशक किरण पासी ने मीडिया को बताया कि 17 फरवरी से 19 फरवरी तक आयोजित होने वाले प्रतियोगिता में साइक्लिंग, खो-खो, फुटबाल, वुशु, कबड्डी और स्केटिंग जैसे स्पोर्ट्स शामिल किए गए हैं. इस प्रतियोगिता में देशभर के स्कूली बच्चे शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि खेल से बच्चों का सर्वांगीण विकास हो पाएगा. पूर्व में भी बच्चों के विकास के लिए इस तरह की प्रतियोगिता कराई जाती रही है. राज्य सरकार की स्कूली साक्षरता विभाग खेल से जुड़ी प्रतियोगिता को कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में भी इस तरह की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी.
ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में खेल को बढ़ावा देने की पहलः उन्होंने कहा कि 67वीं राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता 2023-24 के आयोजन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को खेल प्रतियोगिता में शामिल करना है. उन्होंने बताया कि स्कूली साक्षरता शिक्षा विभाग के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में यह भी देखा गया है कि कई बच्चे स्कूल से ड्रॉप आउट हो जाते हैं, क्योंकि उनका मन पढ़ाई से ज्यादा खेल में लगता है. ऐसी स्थिति में जब बच्चे को जबरदस्ती पढ़ाई कराई जाती है तो निश्चित रूप से खेल में रुचि रखने वाले बच्चे ड्रॉप आउट हो जाते हैं. इन सभी समस्याओं को देखते हुए राज्य सरकार खेल में रुचि रखने वाले बच्चों के लिए खेल प्रतियोगिता का आयोजन कराया जा रहा है.
खेल के माध्यम से बच्चों का गढ़ा जाएगा भविष्यः निदेशक किरण पासी ने बताया कि स्कूल लेवल से लेकर जिला लेवल और नेशनल लेवल तक बच्चों का प्रतियोगिता के लिए चयन किया जा रहा है. जो बच्चे खेल में अच्छा कर रहे हैं, उन्हें राज्य सरकार प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने में जुटी है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में खेल के माध्यम से बच्चों को 10वीं और 12वीं पास कराया जाएगा. जो कहीं ना कहीं खेल में रुचि रखने वाले बच्चे के भविष्य को सुरक्षित करेगा. यदि बच्चे स्पोर्ट्स कोटा से 10वीं और 12वीं पास कर लेते हैं तो उन्हें कई तरह की नौकरियां भी मुहैया हो पाएंगी.
ये भी पढ़ें-
हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर: मोरहाबादी में विदेशी मेहमानों की सुरक्षा संभालेंगे 1200 जवान
एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर के लिए खिलाड़ी खूब बहा रहे पसीना, शुरू हुआ प्रैक्टिस मैच
FIH ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा लेने रांची पहुंची न्यूजीलैंड टीम के खिलाड़ियों ने किया डांस