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Ranchi Violence: मृतक मुदस्सिर के परिजनों का पुलिस पर आरोप, कहा- जानबूझकर मारी गई गोली

10 जून को रांची हिंसा में मारे गए मुदस्सिर उर्फ कैफी के परिजनों ने सरकार से इंसाफ की मांग की है. पुलिस पर जान बूझकर उनके बेटे को मारने का आरोप लगाते हुए मुदस्सिर के पिता ने पूरे घटना की न्यायिक जांच की मांग की.

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मृतक मुदस्सिर के पिता
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Published : Jun 13, 2022, 7:19 AM IST

Updated : Jun 15, 2022, 1:53 PM IST

रांची: शुक्रवार (10 जून ) को मेन रोड में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा में मारे गए मुदस्सिर उर्फ कैफी के परिजनों ने सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई है. मृतक के परिजनों ने पुलिस पर इस घटना को जान बूझ कर अंजाम देने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले में न्यायिक जांच की मांग की है.

ये भी पढ़ें:- रांची हिंसा के बाद DGP ने किया मेन रोड का निरीक्षण, कहा- कुछ लोगों को किया गया है गिरफ्तार

उत्सकुतावश भीड़ में हुआ था शामिल: मुदस्सिर के परिजनों की माने तो 10 जून को मुदस्सिर अपने पिता के साथ दुकान पर था. पर जब जुलसू आई तो वो भी उत्सुकतावश उसमें शामिल हो गया. कुछ देर बाद ही वो गोली का शिकार हो गया और इलाज के दौरान मुदस्सिर की मौत हो गई. मुदस्सिर के पिता ने पुलिस पर जानबूझकर उसे निशाना बनाने का आरोप लगाया. मृतक मुद्दसिर अपने पिता परवेज आलम का एकलौटा संतान था अब पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार से इंसाफ चाहते हैं.

देखें वीडियो

पुलिस की तैयारी पर सवाल: इधर मुदस्सिर के चाचा ने अपने भतीजे की मौत पर आक्रोश जाहिर करते हुए पुलिस पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पूछा है कि भीड़ को लेकर पुलिस की क्या तैयारी थी. कितने जगह बैरिकेडिंग लागए गए थे. उसको रोकने का कहां प्रयास किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन ने नमाज के बाद निकलने वाली जुलूस पर कार्रवाई पर लेकर पहले से प्री प्लानिंग कर ली थी. मृतक मुद्दसिर के चाचा का आरोप है, गोली मंदिर से भी चल रही थी और पुलिस भी चला रही थी. पुलिस जिस तरीके से गोली चला रही थी वो चिंता का विषय है.

ये भी पढ़ें:- रांची में हिंसा के बाद रिम्स प्रबंधन की प्रेस वार्ता, घायलों को लेकर किया अफवाहों का खंडन

गोली के अलावे भी थे कई विकल्प: उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि सिविलियन से ऐसे लड़ा जाता है. गोली के आलावे भी कई विकल्प थे. ऐसा लग रहा था,पुलिस आतंकवादियों से लड़ रही थी पुलिस रांची शहर में नहीं बल्कि बॉर्डर पर थी. आला अधिकारी, नौकरशाह सभी इसमें दोषी है, मेरे बच्चे को कौन सी गोली लगी हम नहीं जानते हैं,पर गोली लगी है और मौत हुई है. मृतक मुद्दसीर के चाचा ने कहा कि रांची में हिंसा की जांच के लिए एसआईटी गठित हुआ लेकिन हमें सरकार और प्रशासन की जांच पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि न्यायिक कमेटी का गठन कर जांच हो तभी पूरे मामले की सच्चाई का पता चलेगा.

रांची: शुक्रवार (10 जून ) को मेन रोड में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा में मारे गए मुदस्सिर उर्फ कैफी के परिजनों ने सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई है. मृतक के परिजनों ने पुलिस पर इस घटना को जान बूझ कर अंजाम देने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले में न्यायिक जांच की मांग की है.

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उत्सकुतावश भीड़ में हुआ था शामिल: मुदस्सिर के परिजनों की माने तो 10 जून को मुदस्सिर अपने पिता के साथ दुकान पर था. पर जब जुलसू आई तो वो भी उत्सुकतावश उसमें शामिल हो गया. कुछ देर बाद ही वो गोली का शिकार हो गया और इलाज के दौरान मुदस्सिर की मौत हो गई. मुदस्सिर के पिता ने पुलिस पर जानबूझकर उसे निशाना बनाने का आरोप लगाया. मृतक मुद्दसिर अपने पिता परवेज आलम का एकलौटा संतान था अब पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार से इंसाफ चाहते हैं.

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पुलिस की तैयारी पर सवाल: इधर मुदस्सिर के चाचा ने अपने भतीजे की मौत पर आक्रोश जाहिर करते हुए पुलिस पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पूछा है कि भीड़ को लेकर पुलिस की क्या तैयारी थी. कितने जगह बैरिकेडिंग लागए गए थे. उसको रोकने का कहां प्रयास किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन ने नमाज के बाद निकलने वाली जुलूस पर कार्रवाई पर लेकर पहले से प्री प्लानिंग कर ली थी. मृतक मुद्दसिर के चाचा का आरोप है, गोली मंदिर से भी चल रही थी और पुलिस भी चला रही थी. पुलिस जिस तरीके से गोली चला रही थी वो चिंता का विषय है.

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गोली के अलावे भी थे कई विकल्प: उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि सिविलियन से ऐसे लड़ा जाता है. गोली के आलावे भी कई विकल्प थे. ऐसा लग रहा था,पुलिस आतंकवादियों से लड़ रही थी पुलिस रांची शहर में नहीं बल्कि बॉर्डर पर थी. आला अधिकारी, नौकरशाह सभी इसमें दोषी है, मेरे बच्चे को कौन सी गोली लगी हम नहीं जानते हैं,पर गोली लगी है और मौत हुई है. मृतक मुद्दसीर के चाचा ने कहा कि रांची में हिंसा की जांच के लिए एसआईटी गठित हुआ लेकिन हमें सरकार और प्रशासन की जांच पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि न्यायिक कमेटी का गठन कर जांच हो तभी पूरे मामले की सच्चाई का पता चलेगा.

Last Updated : Jun 15, 2022, 1:53 PM IST
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