रांची: गुमला के कामडारा में 23 फरवरी को 5 आदिवासियों की हत्या मामले में अब राजनीति गरमाने लगी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने इस मामले में हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
ये भी पढ़ें-नरसंहार के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने किया गांव का दौरा, सरकार से जल्द न्याय की मांग
डरी हुई है आदिवासी समाज
दीपक प्रकाश ने कहा है कि यह घटना सभ्य समाज के लिए बहुत बड़ा कलंक है. इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम होगी. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन आदिवासी समाज से वोट लेने का काम तो करती है, लेकिन उनकी सुरक्षा कैसे होगी, वह भूल जाती है. जब से हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं, आदिवासी समाज डरा-डरा महसूस कर रहा है. उन्होंने सवाल किया कि ये कैसी सरकार है, जहां पूरी तरह कानून व्यवस्था चौपट हो ? उन्होंने कहा कि सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि आखिर राज्य में क्या हो रहा है?
ये भी पढ़ें-गुमला नरसंहार: पुलिस को मिला अहम सुराग, हथियार किया बरामद
गिरती कानून व्यवस्था के खिलाफ होगा आंदोलन
दीपक प्रकाश ने झारखंड सरकार को असंवेदनशील बताते हुए कहा कि ये आश्चर्य की बात है कि मुख्यमंत्री को इस घटना की जानकारी 5 घंटे बाद तक भी नहीं होती है. घटना के बाद भी मुख्यमंत्री या सरकार के कोई मंत्री घटनास्थल पर जाना उचित नहीं समझते हैं. मुख्यमंत्री इस घटना पर मौन क्यों हैं, इसे भारतीय जनता पार्टी जानना चाहती है. उन्होंने कहा कि घटना की जांच हो और पीड़ित परिवार की छोटी सी अबोध बच्ची की पढ़ाई और अन्य सुविधा सरकार मुहैया कराए. उन्होंने कहा कि इस घटना के खिलाफ विधानसभा में बीजेपी विधायक आवाज उठायेंगे और जरूरत पड़ी तो बीजेपी कार्यकर्ता गिरती कानून व्यवस्था के खिलाफ सड़क पर भी उतरेगी. गुमला दौरे पर बीजेपी के शिष्टमंडल में प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के अलावा आदित्य साहु, डॉ अरुण उरांव और दिनेश उरांव सहित कई कार्यकर्ता शामिल थे.