रांची: वर्ष 2022 के जुलाई महीने में वाहन चेकिंग के दौरान रांची तुपुदाना की टीओपी प्रभारी महिला दारोगा संध्या टोपनो की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उस वक्त घटना काफी सुर्खियों में रही थी. इस घटना को लेकर पुलिसिया तहकीकात में यह सामने आया कि संध्या टोपनो की मौत किसी दुर्घटना की वजह से नहीं, बल्कि जानबूझ कर पशु तस्करों द्वारा वाहन से कुचल कर दी गई थी. घटना के बाद सरकार ने महिला दारोगा संध्या टोपनो के परिजनों के लिए कई घोषणाएं की थीं, जो आज तक पूरी नहीं हुई हैं. इस मामले में शनिवार को दिवंगत महिला दारोगा की मां और परिवार के सदस्यों ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से गुहार लगाई. परिजनों ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर से मुआवजा, नौकरी के साथ-साथ दिवंगत बेटी को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की.
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने परिजनों की हर संभव सहायता का दिया आश्वासनः कर्तव्यपथ पर सेवा के दौरान पशु तस्करों की शिकार बनी महिला दारोगा संध्या टोपनो की मौत के बाद सरकार की ओर से कई तरह के वादे किए गए थे, लेकिन आज तक वादे पूरे नहीं किए गए. शनिवार को दिवंगत सब इंस्पेक्टर संध्या टोपनो की मां स्नेहलता टोपनो कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर अपनी पीड़ा से प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को अवगत कराया. इस पर राजेश ठाकुर ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
मुख्यमंत्री तक बात पहुंचाने और मांगे पूरे करने का दिया आश्वासनः कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और सरकार में समन्वय समिति के सदस्य राजेश ठाकुर ने कहा कि इस मामले को लेकर अधिकारियों से बात की है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर भी यह मांग करेंगे कि दिवंगत महिला सब इंस्पेक्टर संध्या टोपनो की मौत सेवा के दौरान हुई थी, इसलिए संध्या टोपनो को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए. साथ ही साथ परिजन को नौकरी और मुआवजा मिलना चाहिए. दिवंगत संध्या टोपनो की मां स्नेहलता टोपनो ने कहा कि संध्या टोपनो ही पूरे परिवार का ख्याल रखती थी. परिवार के प्रति जिम्मेदारियां निभाने के लिए संध्या ने शादी नहीं की थी. अब वह इस दुनिया में नहीं है तो वह चाहती हैं कि बड़ी बेटी को अनुकंपा की नौकरी मिले, ताकि बुढ़ापे की सहारा बन सके.