रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो अब इस दुनिया में नहीं हैं. लेकिन उनकी यादें सभी की जेहन में सदा के लिए रहेंगी. वो एक जुझारू नेता थे. परिस्थियों के साथ-साथ शारीरिक लाचारी से भी लड़ते रहे. पिछले कुछ सालों से वह बीमार चल रहे थे. भले ही वो शरीर से लाचार थे. फिर भी अपनी कमजोरी नहीं दिखाते थे. इसकी बानगी झारखंड विधानसभा बजट सत्र 2023 के दौरान देखने को मिली.
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स्पीकर करने कहने पर भी खड़े होकर ही दिया जवाब: झारखंड विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान 28 फरवरी को शिक्षा विभाग से जुड़े सवाल पूछे जा रहे थे. विभाग को लेकर पूछे गए सवाल का उन्होंने लड़खड़ाते पैर और लड़खड़ाती आवाज के साथ पूरा जवाब दिया. भले ही उनकी जुबान लड़खड़ा रही हो लेकिन इरादा पक्का था. कार्यवाही के दौरान स्पीकर बार-बार कहते रहे कि आपकी तबीयत ठीक नहीं है, आप बैठकर जवाब दे सकते हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि नहीं मैं ठीक हूं. खड़े होकर ही बोलूंगा. एक बार जब कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी सप्लिमेटरी सवाल पूछने लगे तो स्पीकर ने कहा कि इरफान बाबू आप एक डॉक्टर भी हैं, आप उनकी तबीयत से वाकिफ हैं. ऐसे में बार-बार उन्हें उठाना ठीक नहीं है.
जब कहा था जिंदा रहेंगे तो इंटर पास जरूर करेंगे: कोरोना काल में जब जगरनाथ महतो गंभीर रूप से बीमार हो गए थे तो उन्हें चेन्नई इलाज के लिए भेजा गया. लंबे इलाज के बाद जब वो झारखंड लौटे तो उनका जोरदार स्वागत हुआ. आठ महीने तक इलाज कराने के बाद लौटने पर डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी थी. लेकिन कुछ ही दिन बाद वो काम पर लौट आए. लंबे समय के बाद जगरनाथ महतो लोगों के सामने उस समय आए जब मैट्रिक इंटर रिजल्ट प्रकाशित किया जा रहा था. रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद कुछ पत्रकारों ने उनसे पूछ कि आप कब इंटर परीक्षा देंगे, जवाब में उन्होंने कहा कि जिंदा रहेंगे तो परीक्षा भी देंगे और पास भी करेंगे.