रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में सरना धर्म को पारित करने के मुद्दे और सरना धर्म कोड लागू करने के विषय पर चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सरना धर्म कोड की लड़ाई इस बात को लेकर है कि उन्हें धार्मिक रूप से संरक्षण मिल सके, लेकिन इसलिए जरूरी है कि पहले वैसे लोगों को वापस धर्म से जोड़ा जाना चाहिए, जिन्होंने धर्मांतरण कर लिया है, क्योंकि अगर आदिवासी मूलवासी ही नहीं होंगे तो सरना धर्म कोड का कोई फायदा नहीं हो पाएगा, जरूरी है कि जो लोग अन्य धर्म में धर्मांतरण कर लिए हैं, उन लोगों को पहले सरना धर्म में वापस लाया जाए.
वहीं, सरना धर्म कोड पर अपनी राय देते हुए विधायक सरयू राय ने कहा कि इस धर्म का फायदा तभी मिल पाएगा, जब धर्मांतरण कर चुके लोग वापस अपने घर में शामिल होंगे, जो आदिवासी इसाई बने हैं उन्हें वापस आने की जरूरत है और इसके लिए जरूरी है कि धर्मांतरण करने वाले तय करें कि उन्हें किस धर्म में रहना है, तभी कोड धर्म के रूप में विकसित हो पाएगा.