रांचीः हजारीबाग रामनवमी जुलूस को लेकर सियासत जारी है. झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 15वें दिन सदन में भाजपा विधायक मनीष जायसवाल के द्वारा मंगलवार को कपड़ा फाड़े जाने का मुद्दा उठा. इस दौरान सत्ता पक्ष की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को मनीष जायसवाल पर कार्रवाई करने की मांग की गई. जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए हजारीबाग के भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि अगर उन्होंने कोई अपराध किया है तो वो सजा के लिए तैयार हैं.
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मनीष जायसवाल ने कहा कि 23 नवंबर 2016 को झारखंड विधानसभा में कुर्सी तोड़ी गई. स्पीकर के ऊपर चप्पल फेंका गया. एक माननीय सदस्य के द्वारा उस दौरान बर्थडे में प्रयोग होने वाले स्प्रे को सदन में स्प्रे किया गया कोई कार्रवाई नहीं हुई. आज जो सत्ता में बैठे लोग हैं वह तरह-तरह के पोशाक में कभी किसान बनकर आए तो उन्हें किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं थी, मगर जब हमने जायज मांग पर किसी को हानि नहीं पहुंचाया, बल्कि अपना कपड़ा फाड़ कर विरोध दर्ज कराया. अब इनको जो कार्रवाई करनी है करें लेकिन दूसरे पर लांछना लगाने से पहले अपने कुकर्मों को भी उनको देखना चाहिए. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या स्पीकर पर जूता फेंकना और अपना वस्त्र का फाड़ना दोनों एक ही जैसा जुर्म है. यदि अपना कपड़ा फाड़ना कोई अपराध है तो मैं अपराधी हूं आपको जो सजा देनी है तो दे दें.
भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने सदन में उनके उपर कारवाई की उठी मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि जो सजा देनी है मुझे दे दें. आपने रामनवमी के जुलूस पर ग्रहण लगाया है. लोगों को डरा रहे हैं, धमका रहे हैं. सदन चल रहा है इस राज्य की जनता के प्रति हमारी जवाबदेही है, क्योंकि हम उनके वोट से चुनकर आते हैं. सदन चल रहा है, उन पर अत्याचार हो रहा है और अगर हम लोग कुछ नहीं कर पाएंगे तो हम लोगों को कठपुतली की तरह लोग समझेंगे.
मैंने अपने आप को इस श्रेणी से बाहर निकालने का काम किया है. इस सरकार को धता बताते हुए मैंने यह विरोध दर्ज कराया है. इनको जो करना है वह कर लें. भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि वह जिस पार्टी से समर्थन ले रहे हैं यानी कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनकी जो पूर्व अध्यक्ष थी उनका बयान था कि राम है इसका प्रमाण आप दीजिए. मतलब राम के अस्तित्व पर भी उन्होंने प्रश्न खड़ा किया था. आज उस दल के लोगों से यह लोग अपनी सरकार को चला रहे हैं. उसके बाद अपने आप को बड़ा राम भक्त कह रहे हैं.
यहां पर भी मंदिर का सौंदर्यीकरण करने का शिलान्यास किया है, इस तरह की होड़ मची हुई है पूरे देश भर में जब से राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है. तमिलनाडु में,आंध्र प्रदेश में, झारखंड में सभी जगह के नेता लगे हुए हैं कि हम भी अपने आपको हिंदू बोलें. उन्होंने कहा कि धन्यवाद मोदी जी आपने तमाम नेता नेताओं के आत्मा को जगाया है और तमाम नेताओं में हिंदू होने का जो गर्व दिया है उसके लिए आपको धन्यवाद.
इधर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रामनवमी जुलूस के दौरान डीजे प्रतिबंधित किए जाने एवं जिला प्रशासन के द्वारा भेजी जा रही नोटिस पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि हजारीबाग से पैदल चलकर रांची मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मिलने पहुंचे तो राम भक्त अजय कुमार दास और पुरषोत्तम पांडे मुख्यमंत्री से मिल नहीं पा रहे हैं. मुख्यमंत्री से मिलकर दोनों राम भक्त ज्ञापन सौंपकर सरकार को सलाह देना चाह रहे हैं कि किस तरह से रामनवमी का त्यौहार शांतिपूर्ण एवं सौहार्द के वातावरण में मनाया जाए. उन्होंने कहा कि राज्यपाल से मुलाकात कराने का प्रयास हम लोगों के द्वारा किया जा रहा है, मगर मुख्यमंत्री से समय नहीं मिलने की वजह से यह लोग सरकार के पास अपनी बातों को नहीं रख पा रहे हैं.