रांची: झारखंड विधानसभा की विशेषाधिकार समिति की बैठक गुरुवार को हुई. विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्यों के विशेषाधिकार हनन से जुड़े कई मामलों पर विचार-विमर्श किया गया.
ये भी पढ़ें-Death In Ranchi: रात में हुई मंगेतर के साथ पार्टी, सुबह मिली सगी बहनों की लाश, फरवरी में होने वाली थी शादी
विधायक अंबा प्रसाद के विशेषाधिकार प्रस्ताव पर हुई सुनवाई
झारखंड विधानसभा की विशेषाधिकार समिति की बैठक में अधिकांश विशेषाधिकार की सूचनाएं, सरकार के विभिन्न स्तरों के पदाधिकारी एवं सरकारी उपक्रम के विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों द्वारा सदस्यों के प्रति सम्मानजनक व्यवहार नहीं किये जाने से संबंधित थे. सरकार की योजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन के दौरान सदस्यों के प्रोटोकॉल की अनदेखी न हो, इस संबंध में भी समिति द्वारा विस्तार से विचार-विमर्श किया गया. विशेषाधिकार समिति की बैठक में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के विशेषाधिकार प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई. इस दौरान हजारीबाग के तत्कालीन उप विकास आयुक्त विजया जाधव बैठक में उपस्थित रहीं और उन्होंने समिति को अपनी सफाई दी.
यह था मामला
दरअसल, यह मामला हजारीबाग में एक पार्क सह तालाब के उद्घाटन कार्यक्रम में विधायक अंबा प्रसाद को आमंत्रित नहीं किए जाने और शिलापट्ट पर उनका नाम नहीं लिखे होने से जुड़ा था. कार्यक्रम जिला परिषद योजनान्तर्गत विधायक निधि से जुड़ा हुआ था. समिति के समक्ष आईएएस विजया जाधव ने पूरा वाकया बताया. इस पर इस शिकायतवाद को निष्पादित कर दिया गया. समिति की बैठक में शामिल संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि अंबा प्रसाद के अलावा कुछ और लोगों की शिकायत थी. इस पर समिति की बैठक में चर्चा की गई और शिकायतों को निष्पादित कर दिया गया.
शिलान्यास पर बमचक
बैठक में समिति ने इस विषय पर गहनता से विचार किया कि योजनाओं के शिलान्यास उद्घाटन के समय सांसदों, विधायकों के प्रोटोकॉल का पालन गंभीरता से हो, ताकि किसी भी प्रकार से जनप्रतिनिधियों की गरिमा की अनदेखी न हो. विशेषाधिकार समिति की बैठक झारखंड विधानसभा के अध्यक्षता में आयोजित हुई, जिसमें संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, सदस्य केदार हाजरा आदि उपस्थित थे.