रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर मंगलवार को हाईलेवल बैठक हुई. विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने बैठक के दौरान अधिकारियों को कोविड प्रोटोकॉल और सदस्यों के प्रश्नों का जवाब सही रुप में देने का निर्देश दिया.
विधानसभा के अंदर पूर्व की भांति कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है. इसके अलावा वैसे विधायक जो कोरोना से पीड़ित या बीमार दिखेंगे उन्हें सदन की कार्यवाही से बाहर रहने को कहा जायेगा. इसके लिए विधानसभा कैंपस में मेडिकल टीम मुस्तैद रहेंगी. मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना विधायक एवं अन्य कर्मियों के लिए अनिवार्य होगा.
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इधर संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने मानसून सत्र को लेकर की गई तैयारी पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि सत्र शुरू होने से पहले इस तरह की बैठक कर विभागीय अधिकारियों को एक्टिवेट किया जाता है जिससे विधायी कार्यों में उनका सहयोग पूरी तरह से मिले. सदन के अंदर और बाहर कानून व्यवस्था और सदन में उठनेवाले सवालों का सही से जवाब मिले इसके लिए अधिकारियों को विशेष रुप से निर्देशित किया गया है.
03 से 09 सितंबर तक चलेगा मानसून सत्र
झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 3 से 9 सितंबर तक आहुत किया गया है मगर इस दौरान 4 कार्य दिवस ही होंगे. मानसून सत्र के दौरान वित्तीय वर्ष 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट सदन में पेश किया जाएगा. 6 सितंबर को वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव वर्तमान वित्तीय वर्ष का अनुपूरक बजट पेश करेंगे. वहीं 7 सितंबर को इस पर चर्चा होगी. मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री प्रश्नकाल भी होगा. राज्य के नीतिगत मामलों में विधायक इस दौरान मुख्यमंत्री से सवाल करेंगे. सत्र के पहले दिन राज्यपाल द्वारा अनुमोदित अध्यादेश सभा पटल पर रखी जाएगी. 9 सितंबर तक चलने वाले विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान प्रश्नकाल अनुपूरक बजट पर वाद विवाद पर चर्चा होगी.