रांची: राजधानी में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत इंस्टॉल हो रहे कमांड कंट्रोल एंड कम्यूनिकेशन सेंटर के संचालन से पहले बुधवार को प्रोजेक्ट भवन में सभी स्टेक होल्डर्स के बीच समन्वय बैठक आयोजित की गई. नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे ने कहा कि यह कमांड कंट्रोल बनकर तैयार हो गया है, नगर विकास विभाग और रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन ने इस सेंटर को विकसित जरूर किया है, लेकिन जरूरी है कि सभी स्टेक होल्डर्स इसे अपना सेंटर समझकर समन्वय के साथ काम करें, इससे राजधानी के नागरिकों को ट्रांसपोर्ट, पुलिसिंग, अग्निशमन, नगरीय सुविधा, स्वास्थ्य सुविधा और शिक्षा क्षेत्र में सरकार के चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी योजनाओं का त्वरित लाभ मिल पाएगा, इसके साथ ही पुलिस विभाग को विधि व्यवस्था और ट्रैफिक मैनेजमेंट में काफी सहुलियत होगी.
स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के सीईओ अमित कुमार नें कमांड कंट्रोल एंड कम्यूनिकेशन सेंटर की पूरी जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस सेंटर के शुरु होने से शहर पर क्लोज मॉनिटरिंग किया जा सकेगा. उन्होंनें सभी स्टेक होल्डर्स से आग्रह किया कि इस सेंटर को और बेहतर बनाने के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव दे सकते हैं. वहीं हनीवेल ऑटोमेशन इंडिया लिमिटेड की ओर से पावर प्वाइंट प्रेजेंटशन के जरिए कमांड सेंटर की विस्तृत जानकारी दी गई. बैठक में नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि ट्रैफिक नियमों के उलंघन के साथ-साथ वैसे लोगों को भी इस सिस्टम से चिन्हित किया जाय जो सड़कों पर जहां-तहां कचरा फेंककर गंदगी फैलाते हैं. नगर आयुक्त ने विभागीय सचिव विनय कुमार चौबे को आश्वस्त किया कि ट्रैफिक जंक्शन पर बाई लेन फ्री करने के लिए जंक्शन से 50 मीटर आगे और पीछे अतिक्रमण मुक्त करने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करेंगे.
क्या कुछ खास हैं कमांड कंट्रोल एंड कम्यूनिकेशन सेंटर में.
यातायात प्रबंधन
रांची की ट्रैफिक को संभालने के लिए 40 ट्रैफिक जंक्शन पर नए ट्रैफिक सिग्नल्स लगाए गए हैं. इन जंक्शंस पर एटीसीएस, एनपीआर, आरएलभीडी कैमरे और कुछ जंक्शन पर एसभीडी सिस्टम लगाया गया है.
एटीसीएस
सभी जंक्शन पर एडॉप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम लगाया गया है. यह एक ऐसी तक्नीकि है, जिससे ट्रैफिक सिग्नल ऑटोमेटिक, भीड़ के हिसाब से सिग्नल के विभिन्न रंगों के लिए समय निर्धारित कर ट्रैफिक का संचालन कराता है. इससे बेवजह लोगों को सिग्नल पर तीन-तीन मिनट तक नहीं रूकना पड़ेगा. जिस रूट में ट्रैफिक डेन्सिटी ज्यादा होगी उधर के मार्ग को ज्यादा समय दिया जाएगा और जिधर कम होगा उस रूट को कम समय मिलेगा.
एनपीआर
यह एक प्रकार का विशेष कैमरा है, जिससे गाड़ियों का नंबर प्लेट रीड किया जा सके. शहर के सभी इलाके में इसे इंस्टॉल किया गया है. इससे क्राइम या एक्सिडेंट कर भाग रहे चालक के गाड़ी को डिटेक्ट किया जा सकेगा.
आरएलभीडी
चौक-चौराहों पर सिग्नल ब्रेक करने वाले वाहन चालकों को पकड़ने के लिए आरएलभीडी कैमरे लगाए गए हैं, जो रेड लाइट वायलेशन डिटेक्टर के रूप में काम करेगा.
एसभीडी
रैश ड्राइविंग पर रोक लगाने के लिए एसभीडी कैमरे लगाए गए हैं, जो स्पीड वायलेशन डिटेक्टर के रूप में काम करेंगे और हाई स्पीड वाली गाड़ियों की पहचान करने का काम करेंगे. इसके लिए पूरे शहर में 40 जंक्शन पर एटीसीएस लगाए गए हैं. शहर भर के 50 लोकेशन पर आरएलभीडी कैमरे लगाए गए हैं. शहर के 50 लोकेशन पर एनपीआर कैमरे लगाए गए हैं और शहर के 10 लोकेशन पर एसभीडी कैमरे लगाए गए हैं.
सीसीटीवी सर्विलांस
शहर में क्राइम कंट्रोल के लिहाज से जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो कैमरे काफी दूर से भी किसी भी संदिग्ध की पहचान कर सकता है. इसके लिए मुख्य रूप से पीटीजेड, 360 डिग्री कैमरे और फिक्स बॉक्स कैमरों का इस्तेमाल किया गया है. सर्विलांस के लिए कुल 64 लोकेशन पर कैमरा को इंस्टॉल किया किया गया है.
त्वरित मदद के लिए इसीबी शहर के चौक चौराहों पर अगर आपको किसी भी आपात स्थिति में पुलिस, स्वास्थ्य सेवा, अग्निशमन या अन्य सेवा की जरूरत है और आपको सरकारी मशीनरी से मदद लेनी है, तो चौराहों पर लगे पीले रंग के बॉक्स का बटन दबाईए. कंट्रोल रूम से प्रतिनिधि आपसे बात करेंगे और जो जरूरत चाहिए वो उपलब्ध कराने के लिए संबंधित विभाग को सूचित करेंगे. इसके लिए 50 जंक्शन पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाया गया है.
वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड
पूरे शहर को एक बार में कोई सूचना देना हो या सरकार की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने के लए 50 चौराहों पर वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड लगाए गए हैं. ये एक एचडी एलईडी है, जिसपर मुख्य जानकारी डिस्पले किया जा सकता है. इसका रिजोल्यूशन ऑटोमेटिक दिन और रात के हिसाब से एडजस्ट होते रहता है.
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पीए सिस्टम
किसी भी योजना के प्रचार प्रसार जो सीधे आम लोगों से जुड़ा हो या आपदा, महामारी, कर्फ्यू के समय में और ट्रैफिक नियमों के पालन को लेकर सूचनाएं ऑडियो के माध्यम से प्रसारित करने के लिए 50 चौक चौराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया गया है.
कमांड कंट्रोल एंड कम्यूनिकेशन सेंटर
धुर्वा स्थित स्मार्ट सिटी परिसर में एक कमांड कंट्रोल एंड कम्यूनिकेशन सेंटर बनाया गया है, जहां फिल्ड में लगे विभिन्न उपकरणों के माध्यम से सूचनाएं पहुंचती है और उस पर कार्रवाई होता है. यहां डाटा सेंटर, कॉल सेंटर और डाटा रिकवरी सेंटर स्थापित किए गए हैं.