रांचीः कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए रांची नगर निगम ने शहर की साफ-सफाई को लेकर कमर कस ली है, लेकिन सही मायनों में पूरे शहर को सैनिटाइज करने में निगम ने लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया है. वहीं निगम को अब तक सरकार की तरफ से कोई भी फंड मुहैया नहीं कराया गया है. ऐसे में शहर की मेयर आशा लकड़ा ने शनिवार को शहर की साफ-सफाई को लेकर समीक्षा बैठक कर सरकार से अपील की है कि निगम को फंड मुहैया कराएं. साथ ही आम जनता से भी निगम को आर्थिक सहयोग की अपील की है.
उन्होंने निगम को अपने 5 महीने का वेतन और नागरिक सुविधा मदद से 1 करोड़ रुपए कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में दिए जाने का ऐलान किया है. मेयर आशा लकड़ा ने कहा है कि निगम के पास अगर अनुमानित फंड हो तो शहर को सैनिटाइज करने में अहम भूमिका निभाई जा सकती हैं. उन्होंने कहा है कि सरकार सिर्फ आईवॉस करने में लगी हुई है, जबकि निगम को एक रुपए तक सरकार से नहीं मिले हैं. अब तक जितने भी साफ सफाई के कार्य हो रहे है. वह निगम अपने बलबूते पर कर रहा है, लेकिन अब निगम का फंड भी खत्म हो गया है.
ये भी पढ़ें- लॉकडाउन के दौरान मन को कैसे रखें शांत, योग गुरु राफिया ने बताए तरीके
उन्होंने कहा कि राजधानी में ढाई सौ स्लम इलाके हैं. जहां रहने वाले लोग रोज कमाते खाते हैं. उन इलाकों को सैनिटाइज करना सबसे ज्यादा जरूरी है, लेकिन निगम के पास फंड नहीं है. उन्होंने कहा कि 10 मार्च से लगातार निगम शहर की साफ सफाई में लगा हुआ है और पानी के टैंकर भी शहर में छिड़काव के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं. अब कोरोना के खिलाफ छिड़काव किए जाने वाले केमिकल भी खत्म हो गए हैं जिसकी खरीदारी के लिए फंड की जरूरत है.