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मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की लोगों को नहीं है पूरी जानकारी, बेटियों का कैसे होगा पूर्ण विकास ?

झारखंड सरकार की महत्वकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत राज्य में जन्म लेने वाली बेटियों के भविष्य के लिए सरकार की ओर से 30 हजार रुपये दिए जाते हैं. विडंबना यह है कि इस योजना के बारे में अधिकांश लोगों को जानकारी नहीं है जो कि काफी चिंता का विषय है.

सुकन्या योजना को लेकर बेटियों के अभिभावकों को नहीं है पूरी जानकारी, बेटियों का कैसे होगा पूर्ण विकास ?
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Published : Dec 19, 2019, 10:54 AM IST

रांची: मुख्यमंत्री सुकन्या योजना राज्य के महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मानी जा रही है. इस योजना के तहत राज्य में जन्म लेने वाली बेटियों के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए सलाना 72 हजार से कम कमाने वाले परिवार में जन्म लेने वाली बेटियों को सरकार की तरफ से जन्म से लेकर 18 वर्ष तक की आयु तक में लड़की को 30 हजार प्रदान किए जाते हैं.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें-लातेहारः MCC के पूर्व एरिया कमांडर की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

नहीं है पूरी जानकारी

इस योजना का उद्देश्य बाल विवाह को रोकना और बालिकाओं को उच्च पोषण प्रदान करना है. जिसके लिए झारखंड सरकार बालिकाओं के जन्म से 18 वर्ष तक की आयु में उन्हें प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है. इसको लेकर सदर अस्पताल में कार्यरत आनंद सिन्हा ने बताया कि बच्ची के जन्म के समय ही जेएसवाई (जननी सुरक्षा योजना) और जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं. इसी के आधार पर फिर आगे भी मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का लाभ मिलता है. सदर अस्पताल से मिले जानकारी के अनुसार नवंबर और दिसंबर में लगभग 1000 से अधिक बच्चों ने जन्म लिया है जिसमें 450 से अधिक बच्चियों ने जन्म लिया है. लेकिन सदर अस्पताल में आए अधिकांश अभिभावकों को मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की जानकारी तक नहीं है. उन्हें सदर अस्पताल में जन्म प्रमाण पत्र और जननी सुरक्षा योजना के लिए भी चक्कर काटना पड़ रहा है.

रांची: मुख्यमंत्री सुकन्या योजना राज्य के महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मानी जा रही है. इस योजना के तहत राज्य में जन्म लेने वाली बेटियों के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए सलाना 72 हजार से कम कमाने वाले परिवार में जन्म लेने वाली बेटियों को सरकार की तरफ से जन्म से लेकर 18 वर्ष तक की आयु तक में लड़की को 30 हजार प्रदान किए जाते हैं.

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नहीं है पूरी जानकारी

इस योजना का उद्देश्य बाल विवाह को रोकना और बालिकाओं को उच्च पोषण प्रदान करना है. जिसके लिए झारखंड सरकार बालिकाओं के जन्म से 18 वर्ष तक की आयु में उन्हें प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है. इसको लेकर सदर अस्पताल में कार्यरत आनंद सिन्हा ने बताया कि बच्ची के जन्म के समय ही जेएसवाई (जननी सुरक्षा योजना) और जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं. इसी के आधार पर फिर आगे भी मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का लाभ मिलता है. सदर अस्पताल से मिले जानकारी के अनुसार नवंबर और दिसंबर में लगभग 1000 से अधिक बच्चों ने जन्म लिया है जिसमें 450 से अधिक बच्चियों ने जन्म लिया है. लेकिन सदर अस्पताल में आए अधिकांश अभिभावकों को मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की जानकारी तक नहीं है. उन्हें सदर अस्पताल में जन्म प्रमाण पत्र और जननी सुरक्षा योजना के लिए भी चक्कर काटना पड़ रहा है.

Intro:मुख्यमंत्री सुकन्या योजना राज्य के महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मानी जा रही है, इस योजना के तहत राज्य में जन्म लेने वाली बेटियों के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए 30 हज़ार रुपये सरकार द्वारा दी जा रही है।

इस योजना के तहत सलाना 72 हज़ार कमाने वाले परिवार में जन्म लेने वाली बेटियों को सरकार कि तरफ से जन्म से लेकर 18 वर्ष तक की आयु तक में लड़की को 30 हज़ार प्रदान किए जाते हैं।


Body:इस योजना का उद्देश्य बाल विवाह को रोकना एवं बालिकाओं को उच्च पोषण प्रदान करना है जिसके लिए झारखंड सरकार बालिकाओं के जन्म से 18 वर्ष तक की आयु में उन्हें प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है।

इसको लेकर सदर अस्पताल में कार्यरत आनंद सिन्हा बताते हैं कि बच्ची के जन्म के समय ही जेएसवाई( जननी सुरक्षा योजना) और जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं और इसी के आधार पर फिर आगे भी मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का लाभ मिलता है।

सदर अस्पताल से मिले जानकारी के अनुसार नवंबर और दिसंबर में लगभग 1000 से अधिक बच्चों ने जन्म लिया है जिसमें 450 से अधिक बच्चियों ने जन्म लिया है लेकिन हमने जब सदर अस्पताल में आए अभिभावकों से बात की तो कई ऐसे लोग मिले जिन्हें मुख्यमंत्री सुकन्या की जानकारी तक नहीं है वही सदर अस्पताल में जन्म प्रमाण पत्र और जननी सुरक्षा योजना के लिए भी उन्हें चक्कर काटना पड़ रहा है।


Conclusion:वही कल्याण विभाग से जुड़ी पदाधिकारी सुमन कुमारी ने बताया कि राजधानी रांची में सुकन्या योजना से बच्चों को जोड़ने के लिए 30480 बच्चियों को टारगेट किया गया है जिसमें कल्याण विभाग ने 21528 बच्चे को सुकन्या योजना का लाभ दिलाया है।

लेकिन हमने जब धरातल पर इसकी जानकारी लेने की कोशिश की तो राजधानी में कई ऐसे लोग मिले जिन्हें मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की जानकारी तक नहीं है यहां तक कि जब जन्म प्रमाण पत्र और जननी सुरक्षा योजना बनवाने के लिए लोगों को चक्कर काटना पड़ रहा है तो ऐसे में सरकार का दावा कितना जायज है यह तो धरातल पर आकर ही पता चलेगा।

बाइट- महिला ।
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