रांची: होली भले ही खत्म हो गई हो मगर इसकी खुमारी अभी गई नहीं है. यही वजह है कि होली के बाद सरकारी कार्यालय में कामकाज सामान्य होने में कई दिन लग जाते हैं. इस बार भी राज्य सरकार के सचिवालय में कुछ इसी तरह का नजारा दिख रहा है. होली की छुट्टी के बाद गुरुवार को भले ही नेपाल हाउस और झारखंड मंत्रालय धुर्वा स्थित सचिवालय खुल गये मगर कर्मचारियों और पदाधिकारियों की उपस्थिति काफी कम रही.
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कर्मचारियों की अनुपस्थिति की वजह से राज्य सचिवालय के विभिन्न विभागों में कुर्सियां खाली रही और सचिवालय की रौनक फीकी रही है. कर्मचारियों और पदाधिकारियों की अनुपस्थिति की वजह से स्वभाविक रुप से कामकाज पर भी इसका सीधा असर पड़ता है. जब ईटीवी भारत ने झारखंड कर्मचारी महासंघ के महासचिव मृत्युंजय कुमार झा से जानना चाहा कि आखिर इतनी संख्या में कर्मचारियों की अनुपस्थिति क्यों है तो उन्होंने कहा कि होली छुट्टी में गए झारखंड के बाहर के लोगों खासकर बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़ के लोगों को लौटने में वक्त लगता है इसलिए कर्मचारी नहीं आ पाए आए हैं. सोमवार से सचिवालय में कामकाज सामान्य हो जायेगा. होली छुट्टी के बाद के पहले दिन रुटीन कामकाज हो रहे हैं.
विभागीय मंत्री से लेकर सचिव तक का कक्ष रहा खाली: सचिवालय में सन्नाटा का आलम इस कदर रहा कि मंत्री के सचिवालय स्थित सरकारी चैंबर खाली पड़े रहे. वहीं विभागीय सचिवों के भी दफ्तर में कुछ ऐसा ही नजारा रहा. सभी जगह होली की छुट्टियों का असर साफ दिख रहा था. नेपाल हाउस स्थित श्रम विभाग में हालांकि विभागीय सचिव राजेश शर्मा जरूर सरकारी फाइल निपटाते दिखे मगर श्रम मंत्री का चैंबर खाली पड़ा था. पूछने पर जानकारी मिली की क्षेत्र में हैं सोमवार से रांची में रहेंगे.
इसी तरह झारखंड मंत्रालय में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पाकुड़ में होने की वजह से उनकी सीट खाली दिखी. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का चैंबर जमशेदपुर में रहने की वजह से नेपाल हाउस में खाली रहा. कृषि मंत्री बादल का भी सचिवालय स्थित सरकारी दफ्तर यूंही खाली पड़ा था. इन सबके बीच सोमवार से एक बार फिर सदन की कार्यवाही शुरू होगी जिसको लेकर सचिवालय में संसदीय कार्य से जुड़े मामलों के फाइल निपटाये गए.