रांचीः अफ्रीकन स्वाइन फीवर (african swine fever) के बाद अब झारखंड में लंपी स्किन डिजीज की पुष्टि (Lumpy skin disease confirmed in Jharkhand) हो गयी है. राज्य के रांची और देवघर से लंपी स्किन डिजीज की पुष्टि के लिए बीमार और संदिग्ध मवेशियों का सैंपल जांच के लिए भोपाल (animal sample test positive) भेजा गया गया था. जहां से आई रिपोर्ट में लंपी वायरस से हुए संक्रमण की पुष्टि हो गयी है.
इसे भी पढ़ें- खतरे में जानवरः अफ्रीकन स्वाइन फीवर से 1341 सूकर की मौत, लंपी वायरस से दो मवेशी की गयी जान
राज्य में 6-7 जिलों में अलग अलग जगहों पर अभी-भी दर्जनों पशु एलएसडी के लक्षणों के साथ बीमार हैं. झारखंड में जानवरों की मौत की संख्या करीब दर्जनों में हैं. विभिन्न जिलों में अब तक दर्जन भर गाय व बछड़ों की मौत हुई है. झारखंड के पशुओं की इस बीमारी का मुख्य कारण लंपी वायरस (लंपी स्किन डिजीज) का संक्रमण ही है. अब इसकी पुष्टि आईसीएआर के एनआईएचएसएडी (National Institute of High Security Animal Diseases) लेबारेटरी, भोपाल की जांच रिपोर्ट से हो गयी है.
19 सितंबर को भोपाल भेजा गया था सैंपलः राज्य में बड़ी संख्या में गोवंशीय पशुओं के लंपी स्किन डिजीज के लक्षण के साथ बीमार होने पर पशुपालन विभाग ने 19 सितंबर को संदिग्ध लंपी डिजीज के जानवरों से लिए गए 125 सैंपल लंपी की जांच के लिए भोपाल भेजा था. इस 125 सैंपल में से 82 सैंपल की जांच रिपोर्ट आ गई है, जिसमें से देवघर और रांची से लिये गए 28 सैंपल में लंपी वायरस की पुष्टि हुई है.
जांच रिपोर्ट भोपाल से आई है, उसमें रांची के 23 एवं देवघर के 05 सैंपल लंपी पॉजिटिव पाए गए हैं. रांची में ही अभी तक चान्हो, नगड़ी व खलारी, सोनाहातू में कई पशुओं की मौत हो चुकी है. रांची के जिन इलाकों से लिये गए सैंपल में LSD की पुष्टि हुई है. उसमें इसमें शहर के साथ ही कुलगू, बंध्या, लोआडीह, कुटे, कामता, कोलंबा,दलादली, बारीडीह, बुढ़मू जैसे इलाके शामिल है.
सभी जिलों में टीकाकरण-जागरूकता अभियानः झारखंड राज्य पशु स्वास्थ्य संस्थान, कांके (Jharkhand State Institute of Animal Health) के निदेशक डॉ विपिन महथा ने कहा कि पशुपालकों को घबराने की जरूरत नहीं है, लंपी का इलाज उपलब्ध है, साथ ही गोट फ्लू का टीका इसमे काफी कारगर है. राज्य के सभी जिलों में पशुओं का टीकाकरण कराया जा रहा है. सभी जिलों को इसके लिए निदेशालय से फंड उपलब्ध कराया गया है. वहीं राज्य स्तर पर भी टीका खरीद की प्रक्रिया चल रही है.
रांची जिला के चान्हो प्रखंड में लंपी स्किन बीमारी के रोकथाम के लिए जागरुकता अभियान और सघन टीकाकरण किया गया है. लंपी वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए गुरुवार को जिला पशुपालन पदाधिकारी रांची द्वारा चान्हो प्रखंड के करकट गांव में लंपी स्किन बीमारी की सूचना मिलने पर आसपास के गांव सौस, बिजुपारा, करकट में लंपी बीमारी का टीकाकरण किया गया. जिला द्वारा गठित रैपिड रिस्पॉन्स टीम में डॉ. शिवानंद काशी, डॉ. तनवीर अख्तर, डॉ. लोलेंन कडुलना द्वारा भ्रमण किया गया. इस बीमारी से बचाव के लिए प्रचार वाहन के साथ पशुपालकों को जागरूक किया गया. पशुओं का ब्लड सीरम कलेक्ट किया गया, जिसे भोपाल जांच के लिए भेजा जाएगा. शुक्रवार खुटितोली, पटुक गांव में टीकाकरण किया जाएगा. पशु चिकित्सकों ने सभी पशुपालक से अपील है कि वह अपने पशुओं का टीकाकरण जरूर कराए, साथ ही दिए गए सुझाव का पालन करें.