रांची: झारखंड में ईडी की कार्रवाई को लेकर जेएमएम और कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है. झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और कांग्रेस नेता राकेश कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर कहा कि अभी जो स्थिति बनी हुई है उसको देखने के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि जहां भी भाजपा के खिलाफ सरकार बनी हुई है, उस सरकार को गिराने के लिए केंद्र सरकार ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है.
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बाबूलाल मरांडी पर लगाए गंभीर आरोप, जांच की मांगः जेएमएम और कांग्रेस नेता ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2005 में एक कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया गया था. जिसके तीन डायरेक्टर हैं. जिसमें बाबूलाल मरांडी के भाई रम्या मरांडी, लालिमा तिवारी और योगेंद्र तिवारी हैं. इस कंपनी के द्वारा कई जगहों पर गलत तरीके से जमीन की खरीद की गई. व्यापार शुरू करने के लिए इन लोगों ने पूंजी कहां से लाया इसकी जानकारी अभी तक नहीं दी गई है. सिर्फ संथाल परगाना क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में ये लोग मिलकर जमीन की खरीद-बिक्री कर रहे हैं. कई सौ एकड़ जमीन की खरीदारी की गई है. जिसका उपयोग आज भी किया जा रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि सिमडेगा में शराब कारोबार का भी ताल्लुक इन्हीं सभी लोगों से है. उन्होंने बाबूलाल मरांडी पर हमला करते हुए कहा कि ईडी और सीबीआई को इन मामलों पर भी गंभीरता से जांच करनी चाहिए, लेकिन ईडी और सीबीआई की टीम सिर्फ टारगेट कर लोगों को चिन्हित करती है और फिर उन्हें कानूनी प्रक्रिया में फंसाने का काम करने की कोशिश करती है. उन्होंने ईडी और सीबीआई पर निशाना साधते हुए कहा कि इन एजेंसियों को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए, ना कि टारगेट कर विपक्ष में बैठे सत्ताधारी पार्टियों को परेशान करना चाहिए.
भाजपा में शामिल होकर बाबूलाल ने अपने सारे पाप धो डाले-सुप्रियोः जेएमएम और कांग्रेस नेता ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब बाबूलाल मरांडी को लगने लगा कि ईडी उन्हें सलाखों के पीछे भेज देगी तो वह भाजपा के पैरों पर गिर गए और अपने सारे पाप धो लिए. जो आए दिन अन्य नेताओं के साथ भी देखने को मिलता है. उन्होंने कहा कि यदि किसी भी नेता या सामाजिक कार्यकर्ता को लगता है कि ईडी उन्हें परेशान कर रही है तो वह खुद को बचाने के लिए बीजेपी में शामिल हो जाते हैं. जेएमएम के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने डुमरी उपचुनाव पर कहा कि बाबूलाल मरांडी वहां भी लोगों को बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं. जो शख्स 2001 में पिछड़ा आरक्षण का विरोध कर चुका है. वर्ष 2016 में खतियानी का मापदंड 1985 बताता हो वो कैसे डुमरी के लोगों के कल्याण की सोच सकता है.
सीएम को ईडी ऑफिस बुलाने और मंत्री के घर पर रेड करने पर जतायी नाराजगीः उन्होंने ईडी पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर क्या चाहती है ईडी. उन्होंने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि ईडी की टीम किस हैसियत से राज्य के वरिष्ठ मंत्री रामेश्वर उरांव के घर रेड कर सकती है, जबकि मंत्री के खिलाफ ईडी के पास कोई सबूत नहीं थे. यदि ईडी को उनके बेटे से कुछ पूछताछ करनी थी तो उन्हें निश्चित रूप से अपने कार्यालय में भी बुला सकती थी. जेएमएम के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने मुख्यमंत्री को ईडी ऑफिस बुलाए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसी के इस रवैया से स्पष्ट होता कि भाजपा सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. केंद्र के इशारे पर आज झारखंड सरकार को तंग किया जा रहा है. इसलिए रमिया मरांडी और लालिमा तिवारी को ईडी नहीं पूछती. सिर्फ हेमंत सोरेन और महागठबंधन के नेताओं से ही पूछताछ करती है. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी अपने काला धन को बचाने के लिए भाजपा में चले गए. ईडी या सेंट्रल जांच एजेंसियों को जांच के दायरे को बढ़ाने की आवश्यकता है. तभी भाजपा का काला चेहरा सामने आएगा.उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ में चुनाव आते ही सीएम भूपेश भागेल के करीबियों के खिलाफ कार्रवाई की गई यह बताता है सिर्फ सत्ता में आने के लिए बीजेपी केंद्र की एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.
केंद्र के इशारे पर राज्य सरकार को किया जा रहा परेशानः वहीं मौके पर मौजूद कांग्रेस नेता राकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि जब से झारखंड में जनता के आशीर्वाद से महागठबंधन की सरकार बनी है तब से ही झारखंड सरकार को गिराने का प्रयास बीजेपी कर रही है. पहले ऑपरेशन लोटस के माध्यम से विधायकों को तंग करने की कोशिश की गई, जब भाजपा की वहां दाल नहीं गली तो उन्होंने ईडी का गलत तरीके से उपयोग करना शुरू कर दिया. जिसका उदाहरण हम आए दिन देख सकते हैं. ईडी आज उन सभी राज्यों में इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के रूप में काम कर रही है. जहां भाजपा के विरोध में सरकार बनी है. चाहे वो झारखंड हो या फिर छत्तीसगढ़ हो. इस बात को जनता भी भली भांति जान चुकी है.
कांग्रेस नेता ने बाबूलाल को कहा फ्यूज बल्बः उन्होंने भी बाबूलाल मरांडी को फ्यूज बल्ब से संबोधित किया. उन्होंने कहा कि बाबूलाल भाजपा के दवाब में अपने समाज के खिलाफ हो रहे अन्याय पर भी नहीं बोल पाते हैं. पिछले दिनों एक आदिवासी पर भाजपा नेता ने जब पेशाब किया तो भी बाबूलाल मौन थे तो वहीं मणिपुर मामले पर भी वो चुप हैं. बाबूलाल मरांडी के झूठे चेहरे को जनता जान चुकी है. इसलिए अब जरूरी है कि ईडी की गलत कार्रवाई के खिलाफ जनता और महागठबंधन के लोग ईडी का विरोध शुरू करें, ताकि राज्य की जनता भी सच्चाई से रूबरू हो सके.