रांची: आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि प्रदेश में कानून बड़े लोगों के लिए नहीं है बल्कि कानून छोटे और गरीब लोगों के लिए है, जिसे उन्हें एहसास कराया जाता है. जो कहीं ना कहीं राजशाही को इंगित करता है. आजसू कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह के दौरान सुदेश महतो ने मुख्यमंत्री द्वारा सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान उन्हें डर नहीं है जैसे दिए गए बयान की आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी को वाकई में किसी बात का डर नहीं है क्योंकि उनका सीधा संबंध पहले से रहा है.
उन्होंने कहा कि हजारीबाग में कांग्रेस विधायक के द्वारा सरकारी जमीन की हुई घेराबंदी के बाद प्रशासन के द्वारा 24 घंटे के अंदर में एफआईआर में हुए बदलाव की निंदा करते हुए सुदेश महतो ने कहा कि जिस तरह से स्थानीय सीओ के द्वारा एफआईआर में बदलाव किए गए वह कहीं ना कहीं मेरे द्वारा कही जा रही राजशाही व्यवस्था को प्रमाणित करता है. यदि राज्य में कानून का राज है तो क्या सरकार के द्वारा संबंधित सीओ से पूछा जाएगा कि आखिर एफआईआर में बदलाव क्यों हुआ और कौन सा लिखित बयान सही है.
आजसू संगठन का लगातार हो रहा है विस्तार: लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए आजसू पार्टी संगठन विस्तार में जुटी हुई है. इसके तहत सोमवार को गुमला के पंचायत स्तरीय दो दर्जन से अधिक निर्वाचित जनप्रतिनिधि आजसू का दामन थामकर संगठन को मजबूत करने की शपथ लिए. इस मौके पर आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि लगातार पार्टी का संगठनात्मक विस्तार चल रहा है जिसके तहत पार्टी ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी संगठन विस्तार करने की योजना बना रही है. झारखंड में महाधिवेशन के बाद से लगातार लोग जुड़ रहे हैं जो सुखद संकेत है.
मिलन समारोह में पार्टी का दामन थामने वालों में मुखिया सीताराम, उप मुखिया राजू मुंडा, पंचायत समिति सदस्य कृष्णा उरांव, वार्ड सदस्य ईश्वर, वार्ड सदस्य अमीन, ग्राम प्रधान भगवा मुंडा, ग्राम प्रधान गंदूर मुंडा, ग्राम प्रधान निफइया मुंडा, ग्राम प्रधान सीता मुंडा, पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र उड़ान सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे.
ये भी पढ़ें-
सुदेश महतो ने सरकार पर लगाया बिना नेता प्रतिपक्ष व्यवस्था चलाने का आरोप, राजेश ठाकुर ने किया पलटवार
आजसू पार्टी का बड़ा फैसला, जिसकी जितनी हिस्सेदारी, पार्टी में उसकी उतनी ही होगी भागीदारी