रांची: राजधानी रांची के वीवीआईपी इलाको में शुमार अशोक नगर में जालसाजी का एक बड़ा मामला सामने आया है, यहां एक अविवाहित मृत अधिकारी की पत्नी बन करोड़ों की जमीन बेच दी गई है. अशोक नगर सोसाइटी के आंतरिक जांच में यह मामला सामने आया है. जिसके बाद सोसाइटी के द्वारा रांची के अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है.
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क्या है पूरा मामला: झारखंड के रामगढ़ में उप समाहर्ता के पदस्थापित रहे राहुल वर्मा की फर्जी पत्नी बनकर उनकी कीमती जमीन बेच दी गई है. राहुल वर्मा अविवाहित थे और कोरोना से उनकी मौत हो गई थी. सर्विसेज हाउसिंग को ऑपरेटिव सोसाइटी अशोक नगर की जांच में इसका खुलासा हुआ है. इस संबंध में सोसाइटी के अवर सचिव अनिल शंकर ने मृत फर्जी पत्नी निशी वर्मा समेत दस के खिलाफ अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज की है. दर्ज प्राथमिकी में निशी के अलावा बेदानंद झा, आभा वर्मा, संध्या वर्मा, नितेश वर्मा, मयंक रंजन, कमलेश कुमार, बिनिता कुमारी और सब रजिस्टार रजिस्ट्री कार्यालय रांची को आरोपी बनाया गया है.
2021 में हुई अधिकारी की मौत: अरगोड़ा थाना को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उप समाहर्ता राहुल वर्मा की मौत 24 अप्रैल 2021 में हुई थी, मौत से पहले वह रामगढ़ में उप समाहर्ता के पद पर पदस्थापित थे. अपनी मौत से पहले अशोक नगर में राहुल जमीन खरीदी दी, उसमें नॉमिनी नहीं दिया गया था. उनकी मां संध्या रानी ने राहुल की मौत के बाद उस जमीन पर अपनी दावेदारी की, जिसके बाद जांच के बाद जमीन उनके नाम पर से कर दी गई. इसी क्रम में राहुल की पत्नी बनकर निशा नाम की एक महिला ने उस जमीन पर दावेदारी पेश की. सोसाइटी मामले की जांच ही कर रही थी कि उसी दौरान निशा ने कुछ लोगों के साथ उस जमीन को बेच डाला.
जांच पड़ताल में पता चला कि जाली कागजात बनाकर रजिस्ट्री ऑफिस के कर्मियों व अन्य लोगों की मदद से निशा ने जमीन बेच दी है. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. इस मामले में रजिस्ट्री ऑफिस के कई कर्मचारियों की भी संलिप्तता की बात सामने आ रही है. गौरतलब है कि रांची के अरगोड़ा इलाके में स्थित अशोक नगर सोसाइटी बेहद वीआईपी इलाका है इसमें अधिकांश घर आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के हैं.