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भूखमरी की कगार पर 4500 लैम्प्स-पैक्स कर्मचारी, न्यूनतम मजदूरी भुगतान की कर रहे मांग - मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

झारखंड में लैम्प्स-पैक्स कर्मचारी इन दिनों भूखमरी के कगार पर हैं. कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द न्यूनतम मजदूरी भुगतान की मांग की है.

minimum wage payment in jharkhand
प्रोजेक्ट भवन
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Published : May 8, 2020, 3:58 PM IST

Updated : May 23, 2020, 12:57 PM IST

रांची: राज्यभर के 4500 लैम्प्स-पैक्स कर्मचारी इन दिनों भूखमरी के कगार पर हैं. कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द न्यूनतम मजदूरी भुगतान की मांग की है. गौरतलब है कि तमाम कृषि कार्यों को निष्पादित करने में इन कर्मचारियों की अहम भूमिका होती है.

देखिए पूरी खबर

कृषि विभाग के विभिन्न कामों को निपटाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा लैम्प्स-पैक्स कर्मचारियों को रखा गया था. लगभग 4500 कर्मी झारखंड सरकार के आदेशानुसार कार्यरत हैं. धान अधिप्राप्ति के अलावा कृषि संबंधी कई कार्यों को बखूबी निभाते हैं, लेकिन पिछले कई महीनों से इन्हें न्यूनतम मजदूरी तक नहीं मिला है और लॉकडाउन के दौरान इनकी स्थिति और दयनीय हो गई है.

ये भी पढ़ें: कोरोना खौफः साहिबगंज में गंगा के रास्ते आवाजाही पर विशेष नजर, 24 घंटे हो रही पेट्रोलिंग

इस कर्मचारी संघ के महामंत्री ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर इस संबंध में अवगत भी कराया है, लेकिन अब तक इनकी मांगों की ओर किसी ने भी गौर नहीं किया है. इसी कड़ी में कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने कहा है कि ऐसे ही स्थिति बनी रही तो लैम्प्स-पैक्स कर्मचारियों की परिवारों की स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही है .

रांची: राज्यभर के 4500 लैम्प्स-पैक्स कर्मचारी इन दिनों भूखमरी के कगार पर हैं. कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द न्यूनतम मजदूरी भुगतान की मांग की है. गौरतलब है कि तमाम कृषि कार्यों को निष्पादित करने में इन कर्मचारियों की अहम भूमिका होती है.

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कृषि विभाग के विभिन्न कामों को निपटाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा लैम्प्स-पैक्स कर्मचारियों को रखा गया था. लगभग 4500 कर्मी झारखंड सरकार के आदेशानुसार कार्यरत हैं. धान अधिप्राप्ति के अलावा कृषि संबंधी कई कार्यों को बखूबी निभाते हैं, लेकिन पिछले कई महीनों से इन्हें न्यूनतम मजदूरी तक नहीं मिला है और लॉकडाउन के दौरान इनकी स्थिति और दयनीय हो गई है.

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इस कर्मचारी संघ के महामंत्री ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर इस संबंध में अवगत भी कराया है, लेकिन अब तक इनकी मांगों की ओर किसी ने भी गौर नहीं किया है. इसी कड़ी में कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने कहा है कि ऐसे ही स्थिति बनी रही तो लैम्प्स-पैक्स कर्मचारियों की परिवारों की स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही है .

Last Updated : May 23, 2020, 12:57 PM IST
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