रांची: बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को झारखंड हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. उन्हें हाई कोर्ट ने चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी मामले में बेल दिया है. लालू यादव को बेल मिलने पर उनके सेवादार ने खुशी जताई और लोगों को मिठाई बांटी.
गरीबों के मसीहा हैं लालू
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सेवादार इरफान ने कहा कि लालू यादव को जमानत मिली है और जिसमें बची है, उसमें अगले महीने में मिलेगी इसी खुशी में वे मिठाई बांट रहे हैं. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि वे रविवार को इस खुशी में वे अपने घर में गरीबों को खाना भी खिलाएंगे. उन्होंने कहा कि लालू एक विचारधारा है, जो हर एक गरीबों के दिल में बसते हैं, हर अल्पसंख्यक के दिल में बसते हैं. ये कोई नहीं कह सकता है कि लालू यादव किसी व्यक्ति विशेष के नेता हैं, वे पूरे हिंदुस्तान के नेता हैं. इसका असर बिहार के आने वाले चुनाव में देखने को मिलेगा.
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हाई कोर्ट से मिली राहत
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल को बड़ी राहत मिली है. झारखंड हाई कोर्ट ने पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को चाईबासा ट्रेजरी केस में जमानत दे दी है हालांकि लालू अभी जेल में ही रहेंगे, क्योंकि दुमका ट्रेजरी मामले में अभी जमानत मिलनी बाकी है. जमानत याचिका में लालू प्रसाद यादव के वकील की ओर से कहा गया है कि चाईबासा केस में लालू यादव ने आधी सजा पूरी कर ली है, इस आधार पर उन्हें जमानत दी जाए. लालू यादव को सीबीआई कोर्ट ने सजा सुनाई थी.
तीन सालों से जेल में बंद
चारा घोटाला से जुड़े तीन मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव न्यायिक हिरासत में रिम्स में पिछले दो सालों से इलाजरत हैं. फिलहाल कोरोना संक्रमण की आशंका के मद्देनजर उन्हें रिम्स निदेशक के बंगले में रखा गया है.