रांची: सामाजिक जन समस्याओं के समाधान को लेकर कुर्मी विकास मोर्चा ने बैठक आयोजित की. इस दौरान समाज में हो रहे दहेज कुप्रथा को रोकने की दिशा में चर्चा की गई. बैठक में इस बात पर मुहर लगी कि अगर समाज के लोग दहेज लेकर विवाह करते हैं तो कुर्मी विकास मोर्चा उसका सामाजिक बहिष्कार करेगा, ताकि दहेज जैसी कुप्रथा को जड़ से खत्म किया जा सके.
मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शीतल ओहदार ने कहा कि आज समाज में दहेज प्रथा बहुत ज्यादा चलन में आ गया है. जिसके कारण लड़कियों की शादी में पिता को काफी दिक्कत होती है. जिसे समाज से दूर करने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि कुर्मी समाज के बच्चों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खासतौर पर जब दूर-दराज से बच्चे किसी प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होने के लिए शहर आते हैं तो उन्हें रहने की व्यवस्था नहीं होती है और मजबूरन सड़कों पर रात गुजारनी पड़ती है. इसको लेकर मोर्चा ने शैक्षणिक ढांचा को मजबूत करने के लिए रांची में 200 बेड का छात्रावास और 10 कमरा का अतिथिशाला और एक धर्मशाला बनाने का फैसला लिया है. प्रशासनिक पदाधिकारियों में कुर्मी समाज के लोग भी शामिल हो, इसको लेकर हर साल 10 से 15 मेधावी बच्चों को सिविल सर्विस की तैयारी कराए जाएगी.