पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) एक बार फिर से 'किक' मारे हैं. एक बार फिर से उन्होंने सरकार से बीजेपी को 'OUT' किया है. ऐसा पहली बार नहीं है, जब नीतीश कुमार ने इस तरह से बिहार में राजनीतिक पटकथा लिखी हो. यह कई बार हो चुका है. कभी इसके साथ, कभी उसके साथ, कभी 'OUT' कभी 'IN' की राजनीति.
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2013 में BJP को किया था बाहर : 2022 में नीतीश कुमार ने बीजेपी को सरकार से बाहर का रास्ता दिखाया है. अगर इतिहास के पन्ने को उलटा जाए तो 9 साल पहले यानी 2013 में भी नीतीश कुमार नें अपनी सरकार से बीजेपी को आउट किया था. 15 अप्रैल 2013 को नीतीश कुमार ने धर्मनिरपेक्षता को लेकर तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री व एनडीए के भावी प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला और बीजेपी नीतीश के रास्ते अलग अलग होने लगे.
जीतनराम मांझी को बनाया मुख्यमंत्री : 17 जून 2013 को नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया. तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित सभी बीजेपी मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया. हालांकि उस दौरान भी आरजेडी ने बाहर से समर्थन किया और सरकार चलती रही. 2014 में नरेन्द्र मोदी प्रचंड बहुमत से प्रधानमंत्री बने तो नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बना दिया.
2017 में RJD को किया OUT : 2015 में आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस के महागठबंधन ने बिहार में बहुमत की सरकार बनायी. तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बने. पर 2 साल के अंदर ही यानी वर्ष 2017 में नीतीश कुमार ने आरजेडी को सरकार से आउट कर दिया. फिर बीजेपी के साथ हाथ मिला लिए और मुख्यमंत्री बन गए. एक बार फिर से बीजेपी को नीतीश ने 'OUT' कर दिया है और आरजेडी को 'IN' किया है. ऐसे में यह सरकार कितना कारगर होती है उसपर नजर रहेगी.